कोरिया / बैकुण्ठपुर जिला बाल संरक्षण इकाई महिला बाल विकास विभाग द्वारा सम्पूर्ण जिलो के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सहित बालक होम तलवापारा, बैकुण्ठपुर, उज्जवला सेन्टर छिन्दडांड मेनरोड बैकुण्ठपुर, सखी वन स्टाप सेन्टर महलपारा बैकुण्ठपुर व शर्मा नर्सिग होम महलपारा रोड मे क्रेडल बेबी झूला ऐसे बच्चो के संरक्षण एवं सुरक्षा के दृष्टि से स्थापित किया गया है जो बच्चो को किसी कारणवस परित्याग करना चाहते है अथवा किसी घटना या किसी अन्य कारण से अनचाहे बच्चो को गर्भ मे पाल रहे वो इन बच्चो को क्रेडिल बेबी झुला मे निःसंकोच बिना डर भय के संरक्षण हेतू छोड सकते है।
बीते दिनांक 3/12/017 वन स्टाप सखी सेन्टर मे स्थापित क्रेडल बेबी झूला मे लगभग 2 माह का बच्चा छोड़ा मिला जिसे जिला बाल सरक्षण इकाई को सुपूर्द मे करते हुये आगे की कार्यवाही की जा रही है विधिवत रूप मे संपूर्ण जिलो मे तेरह स्थानो पर इस तरह के क्रेडल बेबी झूला स्थापित किये गये है। संर्पूण छत्तीसगढ़ मे सर्वप्रथम मात्र कोरिया जिले मे क्रेडल बेबी झूला स्थापित करने का कार्य सर्वप्रथम 2015 मे प्रारंभ किया गया था।
आज लगभग राज्य के सभी जिले मे क्रेडल बेबी झूला स्थापित हो चुके है। जिला बाल संरक्षण अधिकारी द्वारा यह बताया गया कि क्रेडल बेबी झूला की विशेषता यह है कि किसी भी परिस्थिति मे कोई भी व्यक्ति जो अपने बच्चो को पालन पोषण व संरक्षण नही कर सकता अथवा किसी घटना के कारण अनचाहे शिशु को पालने के लिये तैयार नही है उनके लिये यह झूला उपयोगी है। कानूनन दृष्टि से अगर कोई व्यक्ति अपने बच्चो को कही छोड़ता है, नष्ट करता है, विक्रय करता है, अथवा अनाधिकृत रूप से बच्चो को किसी अन्य व्यक्ति को गोद या परवरिश करने के लिये देता है तो वह कार्य दण्डनिय माना जायेगा।
ऐसे बच्चो के सुरक्षा व संरक्षण करने के उद्देश्य से क्रेडल बेबी झूला का उपयोग करने की अपील भी है इस झूले का महत्वपूर्ण बिन्दु यह है कि बच्चो को छोड़ने वाले व्यक्ति का पहचान हो भी जाती है तो वह गोपनीय रखी जायेगी। झूले मे बच्चो को छोडे़ जाने पर व्यक्ति पर कोई अपराध घटित नही होगा। उस व्यक्ति से कोई पूछताछ नही की जायेगी। इस तरह कोई भी व्यक्ति बिना भय संकोच के अपने अनचाहे बच्चे को संरक्षण के लिये इस झूले का उपयोग कर सकता है क्रेडिल बेबी झूले से प्राप्त पहला बच्चा क्रेडल बेबी झूले की सार्थकर्ता को सिद्व करता है।
