उज्जैन / रेल मंत्री पीयूष गोयल ने देश के 12 ज्योर्तिलिंगों में से उज्जैन और काशी में स्थित दो ज्योर्तिलिंगों को परस्पर जोड़ने के लिए उज्जैन से काशी (वाराणसी) के बीच महाकाल एक्सप्रेस के नाम से एक नई ट्रेन चलाने की घोषणा शनिवार को की।
गोयल ने फतेहाबाद से उज्जैन के बीच मीटर गेज को ब्राड गेज में परिवर्तित करने की परियोजना का भी शिलान्यस किया। इस मौके पर लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी मौजूद थे।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए गोयल ने कहा, “उज्जैन और काशी (वाराणसी) के बीच चलने वाली ट्रेन महाकाल एक्सप्रेस देश के दो प्रमुख ज्योर्तिलिंगों, उज्जैन के महाकाल और काशी के विश्वनाथ को जोड़ेगी।” हालांकि रेल मंत्री ने इस नई ट्रेन के शुरू होने की तिथि, आदि की कोई जानकारी नहीं दी।
अन्य स्थानीय मांगों के संदर्भ में उन्होंने जोधपुर-इन्दौर के बीच चलने वाली रणथंभौर एक्सप्रेस को महिदपुर में और भोपाल-इन्दौर के बीच इंटरसिटी एक्सप्रेस के कालापीपल में ठहराव की भी घोषणा की। उन्होंने महू-रतलाम के बीच चलने वाली पैंसेजर ट्रेन में 8 कोच से बढ़ाकर 12 कोच करने की भी मांग स्वीकार की. इसके साथ ही महाजन की मांग पर ग्वालियर-भिण्ड-इन्दौर ट्रेन का विस्तार रतलाम तक करने भी घोषणा की।
मुख्यमंत्री चौहान ने प्रदेश में रेल सुविधाओं के विस्तार के लिए रेलमंत्री गोयल का धन्यवाद देते हुए कहा कि इससे प्रदेश के विकास को नई दिशा मिलेगी।
कार्यक्रम के बाद गोयल, उज्जैन के प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर गए और वहां पूजा-अर्चना की।