रायपुर / जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ ने पं. दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम के निर्माण में 12.68 करोड़ रुपए के घोटाले के आरोप लगाया है।
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के प्रवक्ता संजीव अग्रवाल ने सूचना का अधिकार के तहत निकाले गए दस्तावेजों का हवाला देकर बताया है कि किस तरह बिना टेंडर निकाले और समयसीमा में काम होने के बावजूद 12 करोड़ 68 लाख 50 हजार 29 रुपए ठेकेदार को दिए गए। जनता कांग्रेस का आरोप है कि चुनावी चंदे के लिए यह गड़बड़ी की गई है। इसकी शिकायत प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री से करेंगे।
पत्रकारों के सामने गड़बड़ी का खुलासा करते हुए अग्रवाल व अन्य नेताओं ने बतायाक पं. दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम का निर्माण करने वाली मेसर्स श्रीजी कृपा प्रोजेक्ट लिमिटेड गुजरात की कंपनी है। ऑडिटोरियम की निर्माण राशि 25.40 करोड़ थी, जो बढ़कर 28.44 करोड़ पहुंच गई। इसके विपरीत ठेकेदार ने 32.36 करोड़ का बिल जमा किया. साथ ही, 8.77 करोड़ और भी लागत आई। ऑडिटोरियम बनाने के लिए 18 सितंबर 2015 को अनुबंध हुआ था और 10 अक्टूबर 2017 को समय सीमा पर काम पूरा हो गया। 15 अक्टूबर को उद्घाटन कराया गया।
इस दौरान वरिष्ठ नेता बोधराम कंवर, सुब्रत डे, नितिन भंसाली व अन्य भी मौजूद थे।
उद्घाटन में खर्च हुई इतनी राशि – पं. दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम के उद्घाटन में भी जमकर खर्च किया गया। सूचना के अधिकार के तहत जो जानकारी दी गई है, उसके मुताबिक फूलों पर ढाई लाख, फोटो और वीडियो शूटिंग पर 62 हजार, 2700 ब्रोशर छपवाने के 61700 और 5850 आमंत्रण पत्र छपवाने के लिए एक लाख 14 हजार 75 रुपए खर्च किए गए हैं। संजीव अग्रवाल ने सवाल किया है कि समयसीमा में काम पूरा होने के बाद भी ठेकेदार को 12.68 करोड़ रुपए का अतिरिक्त भुगतान बिना स्वीकृति के किस आधार पर दिया गया? ऑडिटोरियम के उद्घाटन समारोह में जो खर्च किया गया है, उसमें बिना जीएसटी के बिल लिए गए हैं।
