रायपुर / मध्यप्रदेश में शिक्षाकर्मियों के संविलयन की मांग पूरी होने पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने मांग की है कि छत्तीसगढ़ में भी शिक्षाकर्मियों का संविलयन किया जावे।
शिक्षाकर्मियों की मांगों को पूरा करने में छत्तीसगढ़ की सरकार अनावश्यक रूप से देर कर रही है। जब मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ एक थे उस समय शिक्षाकर्मियों की नियुक्ति हुयी थी। अगर मध्यप्रदेश में उनकी मांगे पूरी हो गयी है, उनका संविलियन हो गया है तो छत्तीसगढ़ में उनका संविलियन क्यो नही हो रहा है? क्या छत्तीसगढ़ में रमन सिंह के सरकार के राज्य है इसमें शिक्षाकर्मियों का कोई दोष है क्या? छत्तीसगढ़ के शिक्षाकर्मियों को संविलियन से वंचित क्यों रखा जा रहा है? कांग्रेस ने मध्यप्रदेश में भी शिक्षाकर्मियों की संविलियन की मांग का समर्थन किया और छत्तीसगढ़ में भी कांग्रेस ने लगातार शिक्षाकर्मियों के हर आंदोलन में उनकी मांगों का समर्थन किया है। कांग्रेस शिक्षाकर्मियों की संविलयन सहित सभी मांगों का समर्थन करती है और राज्य सरकार से मांग करती है कि शिक्षाकर्मियों की इन जायज वाजिब मांगों को तत्काल पूरा किया जाये। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि यदि भाजपा सरकार इन मांगो को पूरा नही करेगी तो 2018 के नवम्बर के चुनाव के बाद कांग्रेस की सरकार बनने के बाद शिक्षाकर्मियों की मांगो को कांग्रेस की सरकार पूरा करेगी।
