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शिक्षा अधिकारी के कार्यालय के सामने शिक्षकों ने क्यों किया धरना प्रदर्शन, पढ़ें पुरी खबर …

राजपुर / रंजीत सोनी / बलरामपुर जिले के राजपुर में शिक्षक पंचायत, नगरीय निकाय संवर्ग के माह जून के वेतन भुगतान न होने के कारण विकासखंड शिक्षा अधिकारी के ख़िलाफ़ छत्तीसगढ़ शिक्षक महासंघ के नेतृत्व में विकासखंड शिक्षा कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन कर कार्यालय का घेराव किया और विकास खंड शिक्षा अधिकारी, कलेक्टर सह मिशन संचालक बलरामपुर, जिला शिक्षा अधिकारी बलरामपुर व मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत राजपुर के नाम एबीओ को ज्ञापन सौंपा।

इस दौरान शिक्षकों का अगर दो दिनों में जून माह का भुगतान नही हुआ तो उग्र आन्दोलन करने के लिये बाध्य होंगे जिसक़े जिम्मेदार खुद विकास खंड शिक्षा अधिकारी होंगे।

आपको बता दे कि जैसे ही विकास खंड शिक्षा अधिकारी को मालूम हुआ कार्यालय का घेराव होने वाला है कार्यालय छोड़ गायब हो गई। विकासखंड राजपुर अंर्तगत सर्व शिक्षा अभियान द्वारा संचालित शालाओं में कार्यरत शिक्षक पंचायत, नगरीय निकाय संवर्ग का माह जून के वेतन पत्रक निर्धारित समय पर संवर्ग में अपलोड नहीं होने के कारण रायपुर में वेतन आबंटन नहीं हो पाया जबकि अन्य समस्त विकास खंड का आबंटन 2 जुलाई को किया गया है। विकासखंड शिक्षा कार्यालय में वेतन एवं अन्य कार्य हेतु 3 शिक्षकों के संलग्न कर रखा गया हैं एवं कार्यालयीन लिपिक भी पर्याप्त है फिर भी समय पर वेतन न दे पाना कार्यालय की लापरवाही को दर्शाता है। जबकि शिक्षको को समय पर वेतन नहीं मिल पाने के कारण अनेक आर्थिक कठिनाइयों से गुजरना पड़ता है। जिस कारण शैक्षणिक गुणवत्ता पर भी प्रभाव पड़ता है। संविलियन प्राप्त शिक्षक संवर्ग का ई-कोष एम्प्लाई डाटा प्रपत्र सत्यापित नही हुआ है और न ही ई- कोष पोर्टल में अपलोड होना प्रारम्भ हुआ है। अगर विलंब हुआ तो माह जुलाई का वेतन जो अगस्त में देय है को भी समय पर भुगतान नही किया जा सकता।

राजपुर बीइओ पूर्व में भी सुर्खियों में रही है… राजपुर विकासखंड शिक्षा अधिकारी ने बलरामपुर जिला शिक्षा अधिकारी से अपने मनचाहे कम्प्यूटर ऑपरेटर कि मांग यह करते हुए कहा कि कार्यालय में कम्प्यूटर कार्य एवं कार्यालीन कार्य के लिये उनके पास किसी भी तरह से कम्प्यूटर आपरेटर नहीं है बीईओ के पत्र लिखने से ऐसा प्रतीत होता है कि जिन दो सहायक ग्रेड 3 को अपने कार्यालय में अटैच करवाने के लिये नाम प्रस्तावित किया है उनमें से मनोज सिन्हा व रविस सक्सेना है। बीईओ राजपुर के द्वारा डीईओ को पत्र क्रमांक 498 में 26 जून को पत्र लिखकर नामदर्ज आपरेटर की मांग करना कही ना कही अवैध उगाही की मंशा मानी जा सकती है जिस तरह से मनोज सिन्हा व रविश सक्सेना के लिये बीईओ मैडम का इस तरह से डीईओ को पत्र लिख मनपसंद आपरेटर की मांग दबाव पूर्वक किया जा रहा है यह सभी क़े समझ से परे है। क्योकि कार्यालय में अगर कार्य करने में दिक्कत आ रही है तो डीईओ के द्वारा किसी अन्य साधन से व्यवस्था सुचारु रूप से संचालित करने का प्रयास किया जा सकता है परंतु बीईओ के द्वारा डीईओ को पत्र लिख इन्ही दो लोगो को अटैच करने का दबाव पत्र के माध्यम से किया जा रहा हैं। यह माना जा सकता है की जिले में कार्य के नाम पर अवैध रूप से उगाही करने का तैयारी की योजना बनाई जा रही है। ज्ञात हो कि रविस सक्सेना पूर्व से ही बीईओ कार्यालय में अटैच होकर कार्य कर रहें है। दुबारा पत्र लिख कर बुलाया जा रहा है। विकास खंड शिक्षा अधिकारी पूर्व से ही चर्चित रह चुकी है छोटे- छोटे कार्यो के लिए पैसा मांगना इनके लिए आम बात है। राजपुर में ही 10 हजार रूपर की मांग करते हुए इनका वीडियो बनाया गया था।वाट्सएप में काफी वायरल हुआ था, जिसकी जांच आज तक चल रही है उसके बाद भी उच्चधिकारी इनके उपर काफी मेहरवान होकर आज तक राजपुर में बैठाएं हुए है। ऐसे विकासखंड शिक्षा अधिकारी के उपर जनप्रतिनिधियों का काफी आक्रोश है यहां से तत्काल हटाने की मांग प्रशासन से की जा रही। इधर वेतन को लेकर शिक्षको ने बीइओ के ख़िलाफ़ हाय- हाय नारे लगाकर प्रदर्शन किया।

प्रदर्शन के दौरान ओमप्रकाश कश्यप, कलमेश मेहता, उपेंद्र सिंह ओकरा, विनोद यादव, पारसनाथ पावले, पारस आयाम, श्याम सुंदर साहू, रविंद सिंह, रविंद दुबे, मुकेश शर्मा, भारती सिंह, शशि सिंह, नीलम श्रीवास्तव, मंगल साय टोप्पो, आकाश गुप्ता,अरविंद गुप्ता,बबिता यादव,ममता गुप्ता, अनिता, शिवानी शर्मा, रुकमणी मारवी, सरिता, रीना गुप्ता आदि उपस्थित थे।

इस विषय मे जिला शिक्षा अधिकारी से बात करने का प्रयास किया गया मगर हमेशा की तरह मोबाईल रिसीव नही किया जो उनके लिए आम बात है।

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