** ‘नरवा गरुवा घुरुवा बारी’ के लिए ‘चौपाल पर चर्चा’ अभियान की शुरुआत
** हर बूथ पर होगी चौपाल और प्रस्ताव पारित किया जाएगा
रायपुर / प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल ने आज खूबचंद बघेल की जयंती पर उनके गृहग्राम पथरी जाकर ‘नरवा गरुवा घुरुवा बारी’ के लिए ‘चौपाल पर चर्चा’ अभियान की शुरुआत की. उन्होंने कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत करने से ही छत्तीसगढ़ का भविष्य संवरेगा और यह तब तक नहीं हो सकता जब तक नरवा, गरुवा, घुरुवा और बाड़ी को ठीक नहीं किया जाएगा.
इस चौपाल में भाग लेने के लिए आसपास के कई गांवों के किसान आए हुए थे और उन्होंने भूपेश बघेल की ओर से रखे गए कांग्रेस पार्टी के इस प्रस्ताव के बारे में सुना और फिर अपने सुझाव और सवाल सामने रखे. कांग्रेस का प्रस्ताव समझाते हुए भूपेश बघेल ने कहा कि पानी की व्यवस्था ठीक करनी होगी, पशुधन को उत्पादक बनाना होगा, पशुधन से प्राप्त गोबर का सदुपयोग करना होगा और खेती बाड़ी को पहले की तरह लाभप्रद बनाना होगा तभी ग्रामीण अर्थव्यवस्था ठीक होगी. इस प्रस्ताव का स्वागत करते हुए एक किसान ने कहा, “एक किसान का बेटा ही ऐसा सोच सकता है.”
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि सरकार छत्तीसगढ़ के बच्चों को मज़दूर बनाने का षडयंत्र कर रही है इसीलिए वह शिक्षा की ओर ध्यान नहीं दे रही है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार आने के बाद प्राथमिकता सूची में स्कूलों में सुधार होगा. इसके तहत स्कूल में शिक्षकों की कमी दूर की जाएगी और पढ़ाई का स्तर ठीक किया जाएगा.
उन्होंने प्रदेश की जनता को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने का भी वादा किया और कहा कि भाजपा की सरकार ने अस्पतालों से जुड़े मेडिकल कॉलेजों में प्रोफ़ेसर तक की नियुक्ति नहीं की है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार आने पर मूलभूत कमियों को पहले दूर किया जाएगा.
शराब बंदी से जुड़े एक सवाल पर उन्होंने कहा कि शराब बंदी का प्रस्ताव कांग्रेस ने पिछले साल टेडेसरा की सभा में पारित किया था. उन्होंने कहा कि शराब की समस्या से छुटकारे के लिए पहले तो युवाओं को रोज़गार देना होगा और इसके अलावा सामाजिक आंदोलन छेड़ना होगा. उन्होंने कहा, “हमारा वादा है कि हमारी सरकार प्रदेश में दारू नहीं दूध की धारा बहाएगी.”
एक किसान के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की धरती रत्नगर्भा है लेकिन भाजपा की सरकार ने सिर्फ़ खनिज खोदकर निकालने में ध्यान लगाए रखा और खनिजों से जुड़े उत्पादों के कारखाने नहीं लगाए. उन्होंने कहा, “जो राज्य बिजली बनाता है वह ग़रीब रहता है और जो बिजली की खपत करता है वह अमीर होता है. हम बिजली घर नहीं लगाएंगे बल्कि लोहे और एल्युमिनियम जैसे धातुओं से जुड़े कारखाने लगाएंगे.” उन्होंने कहा कि यदि खाद्य प्रसंस्करण उद्योग भी ठीक से लग जाएं तो किसानों को उनके उत्पाद का सही मूल्य मिलने लगेगा.
उन्होंने घोषणा की है कि ऐसी चौपाल प्रदेश के हर बूथ पर लगाए जाएंगे.
