00 प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रतिनिधि के रूप में अंतिम संस्कार के कार्यक्रम में कार्यकारी अध्यक्ष रामदयाल उईके शामिल होंगे
रायपुर / पूर्व वित्तमंत्री रामचंद्र सिंहदेव का पार्थिव शरीर कांग्रेस भवन रायपुर में लाया गया। इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल, पूर्व केन्द्रीय मंत्री डॉ. चरणदास महंत, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष धनेन्द्र साहू, पूर्व नेता प्रतिपक्ष रविन्द्र चौबे, प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. शिवकुमार डहरिया, पूर्व सांसद करूणा शुक्ला, प्रभारी महामंत्री गिरीश देवांगन, प्रदेश महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी, महापौर प्रमोद दुबे, पूर्व महापौर किरणमयी नायक, संचार विभाग के सदस्य ज्ञानेश शर्मा, आर.पी. सिंह, वरिष्ठ नेता महेन्द्र छाबड़ा, प्रवक्ता घनश्याम राजू तिवारी, धनंजय सिंह ठाकुर, सुभाष शर्मा, विकास उपाध्याय, शिवसिंह ठाकुर, अजय साहू, एजाज ढेबर, महिला कांग्रेस अध्यक्ष फूलोदेवी नेताम, पंकज शर्मा, अमित पांडेय, आनंद कुकरेजा, विकास दुबे, पूर्व विधायक कुलदीप जुनेजा, इंदरचंद धाड़ीवाल, संजय पाठक, सूर्यमणी मिश्रा, विकास तिवारी, गिरीश दुबे, आनंद मिश्रा, समीर पांडेय, दिलीप चौहान, सन्नी अग्रवाल, उषा रज्जन श्रीवास्तव, आशा चौहान, दिवंगत नेता को श्रद्धासुमन अर्पित की।

प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भूपेश बघेल ने पूर्व वित्तमंत्री रामचंद्र सिंहदेव के निधन पर कहा कि कुमार साहब राजा होते हुये भी सरल, सहज, मृदुभाषी व्यक्तित्व के धनी थे। मध्यप्रदेश से लेकर छत्तीसगढ़ निर्माण के बाद वे कोरिया विधानसभा का प्रतिनिधित्व करते हुये जल संसाधन मंत्री से लेकर वित्तमंत्री तक अनेको ऐसे अविश्वमरणीय कार्य किये है, जो जन्मो-जन्मों तक भुलाया नहीं जा सकता। उनकी कमी सदैव ही खलती रहेगी और कांग्रेस के लिये अपूर्णीय क्षति है।

पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत श्रद्धासुमन अर्पित करते हुये कहा कि पूर्व वित्तमंत्री रामचंद्र सिंहदेव राजा होकर भी फकीर होने का जो गौरव प्राप्त है वह हम सभी के लिये प्रेरणादायी है। प्रदेश में सिंचाई का जाल बुनने का मुख्य आधार और विचार किसी के रहे है तो वे कुमार साहब थे। वित्तमंत्री रहते हुये प्रदेश के बजट का प्रस्तावना जिस प्रकार तैयार कर सामंजस्य साधने का जो मापदा उनमें था जिसके पक्ष के साथ-साथ विपक्ष भी कायल हुआ। राज्य की समृद्धि, खुशहाली सदैव ही उनके विचारों से झलकती रही। उनकी रिक्तता समूचे कांग्रेस के लिये अपूर्णीय क्षति है तथा उनके बताये हुये मार्गदर्शनों पर चलना उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
