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नगर पालिका शिवपुर चरचा की अध्यक्ष निधि फिर चर्चा में…. 2900 सौ रुपए MRP का 5100 रुपए किया भुगतान

** अपने चहेते सप्लायर को 2900 के वाटर प्यूरीफायर का ₹5100 किया भुगतान

कोरिया / “नई सोच नई उम्मीद” के साथ समाज सेवा का नारा देने वाले नगर पालिका शिवपुर चरचा के अध्यक्ष निधि से जबरदस्त हेराफेरी के नित नए कारनामे उजागर हो रहे हैं।

कुछ दिनों पूर्व नगरपालिका शिवपुर चरचा के अध्यक्ष के अध्यक्ष निधि से की जा रही कई हेराफेरी का समाचार प्रकाशित किया गया था। जिसमें ₹ 303000 रुपयों के वाटर प्यूरीफायर की खरीदी का भी समाचार में उल्लेख था।

बता दे कि यह वाटर प्यूरीफायर शासकीय स्कूलों व आंगनवाड़ी भवनों को देने हेतु अध्यक्ष के द्वारा अनुशंसा किया गया था। जिस पर अध्यक्ष व पालिका प्रशासन द्वारा 51 सो रुपए प्रति वाटर प्यूरीफायर की दर से 60 नग वाटर प्यूरीफायर की खरीदी का बिल लगाकर चरचा कालरी के फर्म मे गणेश सेल्स को बिल क्रमांक 196 दिनांक 13 दिसंबर 2017 के प्रति वाउचर क्रमांक 614 / 19 दिसंबर 2017 को 302940 रुपए का भुगतान किया गया।

सूचना के अधिकार के तहत प्राप्त दस्तावेजों के अनुसार इस भुगतान से संबंधित बिल में वाटर प्यूरीफायर की कैपेसिटी मॉडल नंबर और मॉडल नेम किसी भी चीज का उल्लेख नहीं किया गया। यही हाल नगर पालिका के कर्मचारियों के द्वारा बनाई गई नोटशीट में है। इन नोट सीटों में न तो कंपनी के नाम का उल्लेख है और ना ही उसकी क्षमता का कोई जिक्र।

गौरतलब हो कि 9 महीने पहले अध्यक्ष निधि से खरीदे गए लाखों रुपयों के वाटर प्यूरीफायर को पालिका के भंडार पंजी में दर्ज कर लिया गया। किंतु यह वाटर प्यूरीफायर किसे दिए गए इस बात का उल्लेख नगरपालिका के किसी भी दस्तावेज में नहीं किया गया है। शासकीय स्कूलों और आंगनवाडी भवनों में पढ़ने वाले नौनिहाल गर्मी भर इंतजार करते रह गए किंतु उन्हें वाटर प्यूरीफायर का शुद्ध पानी नसीब नहीं हुआ। सोशल मीडिया WhatsApp व समाचार पत्रों में वाटर प्यूरीफायर के गायब होने का समाचार प्रमुखता से छापा गया था। इस पर दिनांक 20 अगस्त 2018 को पालिका अध्यक्ष द्वारा पालिका क्षेत्र के लगभग 25 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को नगर पालिका में बुलाकर केंट कंपनी के गोल्ड मॉडल जिसका मॉडल नंबर 11014 व अधिकतम मूल्य 2900 रुपए लिखा हुआ है, को वितरित किया गया।

इस पूरे मामले में कई सवाल उठ रहे है, पालिका शिवपुर चरचा द्वारा 51 सो रुपए के लागत की वाटर प्यूरीफायर की खरीदी की गई थी तो फिर आंगनबाड़ी की महिलाओं को 29 सो रुपए की लागत की वाटर प्यूरीफायर क्यों दिए गए। नगर पालिका शिवपुर चरचा के अध्यक्ष द्वारा 9 महीने बाद अपने ही अध्यक्ष निधि से खरीदे गए ज्यादा दाम के वाटर प्यूरीफायर की जगह कम दाम के वाटर प्यूरीफायर देना बेहद सोचनीय विषय है। 51 सो रुपए की खरीदी कर 29 सो रुपए का वाटर प्यूरीफायर देने पर 22 सो रुपए प्रति वाटर प्यूरीफायर की बचत कर 102600 रुपयों की हेराफेरी का मामला उजागर हुआ है जो कि अब जांच का विषय है।

सवाल तब भी उठता है जब नगर पालिका द्वारा 25 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को ही वाटर प्यूरीफायर दिए गए है।इसके अलावा 35 वाटर प्यूरीफायर कहां है इसका जवाब नगर पालिका प्रशासन के भी पास नहीं है।

मुख्य नगरपालिका अधिकारी शिवपुर चरचा – दिनांक 20 अगस्त 2018 को पालिका अध्यक्ष के द्वारा वाटर प्यूरीफायर बांटे गए हैं किंतु वह कम लागत के हैं इसकी जानकारी मुझे नहीं है मैं जांच कराकर कार्यवाही करूंगा साथ ही सभी केंद्रों से वाटर प्यूरीफायर वापस मंगा कर उन्हें उसी मूल्य का वाटर प्यूरीफायर दिया जाएगा।

राजेश सिंह, पूर्व नगरपालिका उपाध्यक्ष शिवपुर चरचा –
नगर पालिका शिवपुर चरचा के अध्यक्ष व उनके सहयोगी भ्रष्टाचार की हदें पार कर गए हैं स्कूल के मासूम बच्चों व आंगनबाड़ी के नौनिहालों के नाम पर हेराफेरी करना बेहद घटिया मानसिकता का परिचायक है। दोषियों के प्रति कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए।

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