उन्होंने कहा कि समस्त विभागीय योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए विस्तृत कार्ययोजना बनायी जाए और क्रियान्वयन में होने वाले व्यय का आकलन भी किया जाए। कार्ययोजना तैयार करने के बाद उनका परीक्षण विभागीय मंत्रियों द्वारा किया जाएगा। योजनाओं के सुचारू संचालन के लिए आगामी बजट में भी प्रावधान किया जाएगा।

बैठक में कृषि विभाग के अपर मुख्य सचिव सुनील कुजूर, वन विभाग के अपर मुख्य सचिव सी.के. खेतान, अपर मुख्य सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास आर.पी. मण्डल, अपर मुख्य सचिव वित्त अमिताभ जैन, विशेष पुलिस महानिदेशक आर.के.विज, प्रमुख सचिव खाद्य श्रीमती ऋचा शर्मा, सचिव खनिज संसाधन सुबोध सिंह, प्रमुख सचिव विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संजय शुक्ला, सचिव मुख्यमंत्री एवं स्कूल शिक्षा गौरव द्विवेदी, सचिव महिला एवं बाल विकास डॉ. एम. गीता, सचिव स्वास्थ्य श्रीमती निहारिका बारिक सिंह, सचिव उच्च शिक्षा सुरेन्द्र जायसवाल, सचिव वाणिज्यिककर (आबकारी) डी.डी. सिंह, सचिव उद्योग डॉ. कमलप्रीत सिंह, सचिव ग्रामोद्योग हेमंत पहारे, सचिव आदिम जाति, अनुसूचित जाति विकास सुश्री रीना बाबा साहेब कंगाले, सचिव जल संसाधन अविनाश चम्पावत, सचिव नगरीय प्रशासन एवं विकास निरंजन दास, सचिव राजस्व एन.के. खाखा, विशेष सचिव श्रम विभाग सुश्री आर.शंगीता, विशेष सचिव सहकारिता तथा सामान्य प्रशासन सुश्री रीता शांडिल्य, विशेष सचिव समाज कल्याण आर. प्रसन्ना, विशेष सचिव वाणिज्यिककर विभाग पी. शंगीता, विशेष सचिव लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी पी. अन्बलगन, नया रायपुर विकास प्राधिकरण के सीईओ रजत कुमार, अतिरिक्त सचिव विधि विभाग मनीष कुमार ठाकुर सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।