कोरिया / रेलवे डिवीजन बिलासपुर के पूर्व डीआरयूसीसी सदस्य वरिष्ठ अधिवक्ता विजय प्रकाश पटेल ने दपू मध्य रेलवे बिलासपुर जोन के महाप्रबंधक सुनील सिंह सोईन एवं डीआरएम आर. राजगोपाल को ज्ञापन प्रेषित कर मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी रेलवे सेक्शन में व्याप्त गंभीर रेल समस्याओं की ओर ध्यानाकर्षण कराते हुए उनके शीघ्र निराकरण की मांग की है।
तत्संबंध में श्री पटेल ने कहा कि रीवा-चिरमिरी के मध्य संचालित यात्री ट्रेन नंबर 51753-51754 (जो कि मूलत: पश्चिम-मध्य रेलवे की ट्रेन है) में लम्बे समय से हर
अगले दिन रैक में केवल एक तरफ गार्ड का कोच होने से वापसी में इस कोच को काटकर दूसरे छोर में जोड़े जाने
से यह ट्रेन हर दूसरे दिन दो-तीन घंटे विलम्ब से संचालित हो रही है, जिससे निजात पाने के लिए दोनों रैक में दोनों तरफ गार्ड का कोच अविलम्ब जोड़ा जावे। साथ ही इस ट्रेन सहित चिरमिरी-बिलासपुर के मध्य संचालित ट्रेन नंबर 58219-58220 में बायो टॉयलेट की नियमित सफाई नहीं किए जाने से निस्तार में दिक्कतों सहित सड़ांध भरी यात्रा करने को यात्री मजबूर हैं। उन्होंने कहा
कि देर रात मनेन्द्रगढ़ एवं चिरमिरी पहुंचने वाली कटनी (मुड़वारा) चिरमिरी ट्रेन नंबर 51605 एवं तड़के सुबह पहुंचने वाली रीवा-चिरमिरी ट्रेन नंबर 51753 में
उठाईगिरी, छीना-झपटी, लूट-डकैती यहां तक कि विरोध करने पर चलती ट्रेन से यात्रियों को असामाजिक
तत्वों द्वारा फेक देने की घटनाओं में लगातार वृद्धि हो रही है। कोई सुरक्षा व्यवस्था नहीं होने से यात्री अपने जान-माल का जोखिम उठाते हुए यात्रा करने को बाध्य हैं, अत: इन ट्रेनों में सशस्त्र गार्ड की अविलम्ब व्यवस्था की जानी चाहिए। पूर्व डीआरयूसीसी सदस्य ने कहा कि उपरोक्त
हादसों को लेकर यदि यात्री रिपोर्ट लिखाना चाहें तो लोकल स्टेट पुलिस रेलवे का मामला बताकर रिपोर्ट नहीं लिखती है, मनेन्द्रगढ़ के आरपीएफ पुलिस को रिपोर्ट लिखने का पावर नहीं है तथा पेण्ड्रा जीआरपी इतनी
दूर और अन्यत्र सेक्शन होने के कारण पीडि़तों का वहां पहुंचना संभव नहीं है, इसलिए मनेन्द्रगढ़ अथवा चिरमिरी में जीआरपी की शाखा स्थापित किया जाना अत्यंत आवश्यक हो गया है। उन्होंने कहा कि 1 जुलाई से परिवर्तित समय-सारिणी में चिरमिरी-बिलासपुर ट्रेन नंबर 58220 को चिरमिरी से पूर्व की भांति रात्रि 8.30 पर ही डिपार्चर रखा जावे, क्योंकि इसका टाईम 20 मिनट
बढ़ाकर जो 8.50 कर दिया गया है उससे अनूपपुर में अमरकंटक एक्सप्रेस का कनेक्शन नहीं मिल पाने से इस ट्रेन का औचित्य ही समाप्त हो गया है।

