मुकेश विश्वकर्मा की कलम!!
मरवाही के आदिवासी कन्या आश्रम बेलझिरिया की छात्रा कु.कांति विश्वकर्मा आश्रम में मौत के मामले में जांच टीम द्वारा मौके पर जाकर जांच किया और निरीक्षण पश्चात जांच मामले में अधीक्षिका की लापरवाही सामने आने के बाद जिला प्रशासन ने अधीक्षिका को तत्काल निलबिंत कर दिया है।
मामले में जांच टीम ने पाया कि 17 जुलाई 2019 को प्रातः कु.कांती विश्वकर्मा को आश्रम में उल्टी हुई। उसके बाद छात्रा खाना खाकर स्कूल चली गई। पुनः दोपहर में छात्रा को उलटी होने के कारण गुरूजी द्वारा छात्रा को आश्रम भेज दिया गया। छात्रा को कभी-कभी उलटी होने की जानकारी श्रीमती रजमतिया उदय, शिक्षक एलबी. प्रभारी आश्रम अधीक्षिका को पूर्व में भी दी गई थी। किन्तु मामले की गंभीरता को नजरअंदाज कर आश्रम अधीक्षिका ने छात्रा को तत्काल ईलाज हेतु अस्पताल नहीं पहुंचाया गया। अधीक्षिका ने लापरवाही करते हुए बच्ची के परिजन को बुलाकर उन्हें सौप दिया जिसके बाद घर पहुचते ही बच्ची की मौत हो गई थी।
मामले में लापरवाही बरतने वाली अधीक्षिका श्रीमती रजमतिया उदय, शिक्षक एलबी. प्रभारी अधीक्षिका आश्रम बेलझिरिया विकासखण्ड मरवाही जिला बिलासपुर (छ.ग.) का उपरोक्तानुसार कृत्य पदीय दायित्वों के प्रति घोर लापरवाही को प्रदर्शित करता है।
साथ ही सिविल सेवा आचरण एवं नियत्रण वर्गीकरण अधिनियम 1965 के नियम 3 के विपरीत होने के कारण श्रीमती रजमतिया उदय शिक्षक एलबी. को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाता है। श्रीमती उदय, शिक्षक एलबी का निलंबन काल में मुख्यालय कार्यालय विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी मरवाही में रहेगा एवं उन्हें नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ते की पात्रता होगी।
