00 प्रेमी ने 19 वर्षीय युवती से शारीरिक संबंध बनानें के बाद हत्या कर शव पण्डोनगर में 3 अगस्त को फेंका था
00 मामले का जयनगर पुलिस ने किया खुलासा, आरोपी ने गला रेतकर किया था युवती की हत्या, एक आरोपी गिरफ्तार।
सूरजपुर/बिश्रामपुर से अजयलाल की रिपोर्ट – गत् 03 अगस्त को जयनगर थाना क्षेत्र अन्तर्गत ग्राम पण्डोनगर के एफसीआई गोदाम के पास एक अज्ञात महिला का सड़ा गला शव नग्न अवस्था में मिलने पर पुलिस ने मर्ग कायम कर शव पंचनामा बाद शव को पीएम हेतु भेजा। मर्ग कायमी के बाद से ही जयनगर पुलिस लगातार जांच में लगी हुई थी।
अज्ञात महिला के शव का शिनाख्ती के लिए जिला इस्तहार, वाटसएप एवं समाचार पत्रों के माध्यम से पहचान के लिए प्रयास किया जा रहा था। इसी दौरान थाना बतौली, जिला सरगुजा में कायम गुम इंसान की जांच बतौली पुलिस द्वारा की जा रही थी, जिसके आधार पर गुम इंसान रीना कुमारी के माता-पिता को तलब कर घटना स्थल से प्राप्त कपड़े को दिखाया गया जो देखकर पहचान कर कपड़े को रीना का होना बताया।
बतौली पुलिस के जांच के दौरान सलमान खान के साथ 19 वर्षीय रीना कुमारी को देखा गया था, जिसके आधार पर जयनगर पुलिस ने सलमान खान को हिरासत में लेकर पूछताछ किया तो वह अपना जुर्म कबूल कर बताया कि रीना सोनवानी के साथ पिछले ढ़ाई माह से जान पहचान था। 27 जुलाई को भोर में रीना अपने सहेलियों के साथ कैलाश गुफा जल चढ़ाने गई थी, उसी दौरान रीना ने सलमान को मोबाईल से सूचना देकर बतौली आने को कहा तब सलमान अपने मोटर सायकल से बतौली गया और 28 जुलाई को रात में दोनों बतौली में साथ रूके थे, भोर में रीना को अपने मोटर सायकल में बैठाकर कैलाश गुफा ले गया, जल चढ़ाने के बाद 29 जुलाई को उसे अपने मोटर सायकल में बैठाकर अम्बिकापुर ले आया इसके बाद उसे सिलफिली के पण्डोनगर में ले जाकर उसके साथ शारीरिक संबंध बनाया। रीना के द्वारा शादी करने की बात बोले जाने पर सलमान नाराज हो गया और दोनों के बीच विवाद होने लगा इसी दौरान आरोपी सलमान ने चाकू से रीना का गला रेतकर हत्या कर दिया और चाकू को घटना स्थल के पास झाड़ी में छिपाया है।
आरोपी सलमान खान उर्फ सोनू पिता मुबारक खान उम्र 22 वर्ष निवासी ग्राम लक्ष्मीपुर, चौकी मणीपुर, थाना कोतवाली अम्बिकापुर के विरूद्व अपराध घटित करना सबूत पाए जाने पर विधिवत् गिरफ्तार किया है।
इस कार्यवाही में थाना प्रभारी जयनगर दीपक पासवान, एसआई विनित पाण्डेय, सुनीता भारद्वाज, एएसआई नवलकिशोर दुबे, राजाराम राठिया, आरक्षक दीपक दुबे, ललन सिंह, रवि पाण्डेय, जितेन्द्र सिंह, राजूरंजन सोनी एवं कृष्णा सिंह सक्रिय रहे।
