00 एसईसीएल की टीम के कैप्टन है विकास शंकर ओझा
00 खेलों के लिए चर्चित चरचा कालरी की उपलब्धि
कोरिया / अंतर कंपनी हॉकी टूर्नामेंट में चरचा कालरी के सहायक कार्मिक प्रबंधक विकास शंकर ओझा ने एसईसीएल की हॉकी टीम से खेलते हुए सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड के विरुद्ध कई अच्छे मूवमेंट बनाएं और अपनी एसईसीएल की टीम को विजई बनाने में विशेष सहभागिता दी। जिस पर आयोजन समिति द्वारा मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार विकास शंकर ओझा को दिया।
विकास ओझा एसईसीएल टीम के कैप्टन भी हैं। जमुना कोतमा क्षेत्र के डॉक्टर कलाम स्टेडियम में चल रहे अंतर कंपनी हॉकी टूर्नामेंट में एसईसीएल की टीम का विजय अभियान निरंतर जारी है। विकास शंकर ओझा के नेतृत्व में एसईसीएल की टीम ने अपने पहले मैच में महानदी कोलफील्ड्स को 5-1 से पराजित किया वहीं दूसरे मैच में ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड की टीम को 11-1 से पराजित कर एक तरफा विजय दर्ज की वहीं तीसरे मैच में सीसीएल की टीम को 3-1 से पराजित किया।
विदित हो कि विगत 16 सालों में एसईसीएल की टीम अपने उत्कृष्ट खेल के बल पर 15 बार विजेता का खिताब जीता। चरचा कालरी के सहायक कार्मिक प्रबंधक विकास शंकर ओझा का यूं तो खेलों के प्रति लगाव है किंतु हॉकी के प्रति कुछ विशेष ही है। वे पिछले 14 सालों से हॉकी खेल रहे हैं जिसमें तीन बार वे एसईसीएल टीम के कैप्टन भी रह चुके हैं।
एसईसीएल में नौकरी के पूर्व विकास ओझा पढ़ाई के समय हॉकी के अच्छे खिलाड़ी थे वर्ष दो हजार अट्ठारह उन्नीस की अवधि में कोल इंडिया अंतर कंपनी हॉकी प्रतियोगिता का आयोजन हैदराबाद में किया गया था। जिसमें एसईसीएल के टीम उपविजेता रही एसईसीएल बैकुंठपुर क्षेत्र से विकास शंकर ओझा एकमात्र हॉकी के खिलाड़ी हैं जो एसईसीएल की टीम में बैकुंठपुर क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। चरचा कालरी में आयोजित हर खेल प्रतियोगिता में विकास शंकर ओझा की विशेष सहभागिता रहती है साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भी वे बढ़-चढ़कर योगदान देते हैं। मिलनसार छवि के व्यक्तित्व विकास शंकर ओझा की इस उपलब्धि पर चर्चा कॉलरी के समस्त अधिकारियों कर्मचारियों व स्थानीय नागरिकों ने हर्ष व्यक्त किया है।
आप को बता दे कि अंतर कंपनी हॉकी प्रतियोगिता में कोल इंडिया से संबंधित एमसीएल, डब्ल्यूसीएल एनसीएल, ईसीएल, सीसीएल , एसईसीएल, बीसीसीएल, व एससीसीएल की टीमें भाग ले रही हैं।