00 मानवाधिकार संरक्षण के सदस्यों ने शराब दुकान के सामने घंटी व ताली बजाई
00 व्यापारियों ने अपनी दुकानें बंद की तो शासन ने अपने शराब की दुकान चालू रखी
00 शासन की नीतियों के विरुद्ध जनता में है आक्रोश
00 धारा 144 में शराबी छलका रहे हैं जाम
कोरिया / वैश्विक महामारी कोरोना वायरस संक्रमण के विरुद्ध जन चेतना व सुरक्षा लाने हेतु सम्मानीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा आहूत जनता कर्फ्यू राष्ट्रव्यापी बंद में पूरे देश के 130 करोड़ नागरिकों ने समर्थन देते हुए अपने आप को घरों के अंदर रखकर इतिहास रचा और विश्व पटल को यह दिखा दिया कि भारत में जब भी कोई संकट आता है तो पूरे भारतवासी एक हो जाते हैं।
छत्तीसगढ़ प्रदेश में भी सभी तरफ व्यापक रूप से बंद रहा लोगों ने बढ़ चढ़कर सहयोग किया किंतु इसके विपरीत चरचा कॉलरी में प्रदेश शासन द्वारा संचालित अंग्रेजी शराब की दुकानें खुली रही जिसमें शराबियों का आना जाना लगा हुआ था।
प्रदेश शासन द्वारा व्यापारियों, चार्ट फुलकी समोसे के ठेले आदि लगाने वाले छोटे व्यापारियों की दुकानें बंद करा दी गई, लोगों से अपने घरों के अंदर रहने की अपील की गई किंतु शराब की दुकानों को प्रशासनिक संरक्षण में चालू रखा गया जो कि शासन की दोहरी नीति को उजागर करता है। अंग्रेजी शराब की दुकान में बैठे सेल्समैन ने बताया कि दुकान बंद करने का आदेश अधिकारियों ने नहीं दिया है इसकी वजह से दुकानें खुली हुई है।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ दोनों ही बंद का समर्थन कर रहे हैं ऐसी स्थिति में शराब दुकाने क्यों खोली गई। क्या प्रदेश शासन के पास पैसों की कमी थी जिसकी वजह से शराब दुकानें खोलना अत्यंत आवश्यक था।
मानवाधिकार संरक्षण एवं समाज कल्याण विकास फाउंडेशन छत्तीसगढ़ प्रदेश संगठन के सदस्यो शशि भूषण राय, सरगुजा संभाग सचिव कुंदन पांडे, सुनील कुमार सिंह, पारस राम, नंदकिशोर, शाकिर राजा, महेश शर्मा ,प्रभात दास ,विनोद सिंह प्रतिष्ठित नागरिक,शिवकुमार, विष्णु देव मोदी, अशोक ठाकुर, नागेंद्र सिंह ,समाजसेवी नीरज गुप्ता, वरिष्ठ व्यवसाई दीपक शर्मा, रवि गुप्ता आदि गणमान्य नागरिकों की उपस्थिति में अंग्रेजी शराब दुकान के सामने घंटी व ताली बजाकर सरकार के कानों तक आवाज पहुंचाने की कवायद की गई।
प्रदेश प्रभारी शशि राय ने कहा की ऐतिहासिक 22 मार्च के दिन नगरपालिका शिवपुर चरचा के मुख्य मार्ग पर स्थित अंग्रेजी शराब दुकान का दिनभर खुला रहना जान बूझकर यहां के नागरिकों का अपमान है। पूरे देश में कोरोना संक्रमण के विरुद्ध जंग लड़ी जा रही है वही अंग्रेजी शराब दुकान में लगातार शराबी आ रहे हैं एक दूसरे से सटकर खड़े रहते हैं शराब पी रहे हैं और हल्ला मचाते हैं यह कार्य सरकार के उद्देश्य व आदेश के विपरीत है एक और जहां समस्त देश व नागरिक सहयोग कर रहे हैं वही जानबूझकर अंग्रेजी शराब दुकान से शराब बेचा जाना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है अंग्रेजी शराब दुकान के खुले रहने से शांति व्यवस्था बाधित होती है वही घर के अंदर रहने वाले बच्चे महिलाएं भी परेशान होते हैं प्रदेश शासन को हमेशा के लिए शराब दुकान को बंद कर देना चाहिए।
मानवाधिकार संगठन के जिला सचिव साकिर राजा ने कहा की जनता कर्फ्यू का मतलब केयर फॉर यू है अर्थात आपकी सुरक्षा व देखभाल के साथ ही वसुधैव कुटुंबकम के उद्देश्यों की पूर्ति है इस भीषण आपदा के समय हम सभी देशवासियों को एक दूसरा का ध्यान रखना है और ऐसी कोई बात नहीं कहना है जो देश हित में उचित ना हो।


