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मजदूरों का 561 करोड़ जमा है, सरकार उन्हें बाटने के बजाय कुंडली मार बैठी है – भाजपा

श्रमिकों को किसी योजना का फायदा नही बृजमोहन अग्रवाल ने विधानसभा में उठाया मामला

कोविड 19, लॉक डाउन के दौरान मजदूरों को उनका पैसा नही दिया गयाश्रमिको के योजनाओं में भ्रष्टाचार का बंदरबांट का आरोप

रायपुर / भाजपा विधायक एवं पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मंडल में व्यापक अनियमितता भ्रष्टाचार का मामला विधानसभा में उठाया। श्रमिकों का 561 करोड़ रुपया श्रमिको को वितरित करने के बजाय दबा कर बैठे है।

श्री अग्रवाल ने कहा कि भवन एवं अन्य संनिर्माण कर्मकार मंडल में 1 जनवरी 2019 से 10 फरवरी 2022 तक पंजीकृत निर्माण श्रमिकों के लिए कौन-कौन सी योजनाएं प्रारंभ है व मशीन साइकिल औजार की एवं अन्य सुरक्षा उपकरण के लिए कितने-कितने आवेदन प्राप्त हुए। वर्ष वार जानकारी देवें।क्या प्राप्त आवेदन में से कितने हितग्राहियों को सामग्री प्रदान किया गया है, कुल कितनी राशि की सामग्री वितरण किया गया है। क्या सामग्री वितरित नहीं की गई है। इसके लिए कौन-कौन जवाबदार है। गरीब मजदूरों का 561 करोड़ उनका खूद का पैसा है 3 साल से आप उन्हें बाट नही रहे है। आप दबाए बैठे है।

श्री अग्रवाल ने कहा कि प्रदेश में 20 लाख 41 हजार 557 श्रमिक पंजीकृत है, 3 साल के 561 करोड़ जमा है। आप पूरे कोरोना काल मे उन्हें कुछ नही दे पाए। सामग्री वितरित नही की।

श्री अग्रवाल ने कहा कि पूर्व सरकार में जो 32 योजनाएं चल रही थी उस में 6 योजनाएं आपने बंद कर दी। एक तरफ आप श्रम का सम्मान करने की बात करते हैं दूसरी तरफ श्रमिकों का 561 करोड़ खजाने में जमा कर रखा है योजनाओं का सहायता मिलना बंद हो गए हैं सिलाई मशीन साईकिल, किट, नगद रकम उनके खातों में नहीं दिया। मजदूरों, श्रमिकों को पैसे की जरूरत थी दर दर भटक रहे थे, पर आप लोगो ने और जरूरतमंद गरीबों को कुछ नहीं दिया बल्कि उनके पैसे पर ब्याज कमाते रहे।

श्री अग्रवाल ने कहा कि 7 लाख लोगो को 11 करोड़ देने की बात कह रहे है, बताइए मजदूरों को कितना मिला 158 रुपये प्रति श्रमिक। आप कह रहे हैं कोविड-19 के चलते वित्त विभाग ने खर्चे के लिए रोक लगाई है बताइए किस तारीख को रोक लगाई है और क्या वित्त विभाग को इन पैसों पर मजदूर के लिए, लिए गए उपकर का जो सरकारी खजाने से हिस्सा नहीं है उस पर रोक लगाने का अधिकार है। केंद्र सरकार के मजदूरों के खाते में पैसा डालने के पत्र के बाद भी आपने किसी मजदूर के खाते में पैसा नहीं डाला। हमारी सरकार ने श्रमिको के बच्चियों के शादी के लिए 20 हजार रुपए की सहायता दी जाती थी सम्मानीय मिनी माता के नाम पर योजना थी पर आपने सरकार में आते हीं उस योजना को बंद कर दिया और अब फिर उस योजना को चालू कर रहे हैं।


आपने जो तीन योजना चालू की आज 3 साल में उस योजनाओं में एक भी श्रमिको को कोई लाभ नहीं मिला। आप श्रमिकों के राशि में कुंडली मारकर बैठे हैं उन्हें इनका लाभ नहीं दे रहे हैं या दुर्भाग्यजनक है। मजदूरों के पैसे में बंदरबांट किया है भ्रष्टाचार किया है।

श्री अग्रवाल के द्वारा श्रमिकों के उठाये गए मामले पर सदन में लगभग आधा घंटा चर्चा हुई। सदस्यों ने श्रमिकों को पैसा होने के बाद भी लाभ न पहुंचाने के मामले को लेकर श्रम मंत्री को घेरा श्रम मंत्री अनेक प्रश्नों का जवाब नहीं दे पाए।

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