रायपुर / चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के पूर्व चेयरमेन योगेश अग्रवाल,पूर्व उपाध्यक्ष राजेश वासवानी, निकेश बरड़िया, राजकुमार राठी,किशोर आहूजा, मोहन तेजवानी, वासुदेव जोतवानी, प्रमोद जैन,अरविंद जैन, राजू तारवानी,प्रकाश लालवानी, अमरदास खट्टर, वीरेंद्र सिंह वालिया, नानक गिदवानी, गोपाल चावला, राजेंद्र अग्रवाल, गौरव मंधान, आकाश धावना,सुदेश मन्ध्यान,सतीश बागड़ी,रवि तेजवानी,लोकेश जैन, शैलेश अग्रवाल ने कहा कि चेंबर का 1 साल का कार्यकाल पूरी तरह से सुपरफ्लॉप साबित हुआ क्योंकि चैम्बर द्वारा व्यापारी हित की बात करने एवं व्यापारियों के लिए संघर्ष करने के बजाय केवल खुद एवं सरकार की जय-जयकार की गई एवं यह तक की व्यापारी हित के लिए बनाई गई संस्था द्वारा यूजर चार्ज का विरोध करने के बजाय नगर निगम के शिविर में जाकर खुद चैम्बर अध्यक्ष द्वारा व्यापारियों को यूजर चार्ज पटाने हेतु बाध्य किया गया।
श्री अग्रवाल ने कहा कि जिस प्रकार से एक राजनीतिक संस्था द्वारा अपने कार्यकाल पूरा होने पर जश्न मनाया जाता है उसी प्रकार 1 वर्ष पूरा होने पर व्यापारियों की संस्था द्वारा जश्न मनाया जाना आश्चर्य का विषय है एवं कहीं ना कहीं ऐसा प्रतीत होता है कि चैम्बर अध्यक्ष द्वारा अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षा को पूरी करने के लिए चेंबर को प्लेटफार्म के रूप में उपयोग किया जा रहा है। श्री अग्रवाल ने कहा कि कोरोना के संक्रमण काल में चैम्बर द्वारा ज़ारी हेल्पलाइन डेस्क को आड़ बनाते हुए जिस प्रकार से रेमेंडीसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी की गई उससे पूरे प्रदेश की मानवता शर्मसार हुई है एवं जय व्यापार पैनल का भाटापारा का प्रत्याशी ऑक्सीजन सिलिंडर की कालाबाज़ारी करते रंगे हाथ पकड़ा गया था जिस पर चेंबर द्वारा अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की बजाय उल्टा उस व्यक्ति की पैरवी कर चेंबर को कटघरे में खड़ा करने का काम किया गया है।