कोरिया / छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले में हुई बाघ की मौत मामले में 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इन चार लोगों ने ही मिलाकर एक प्लानिंग के तहत बाघ को मारा था। चारों ने मिलकर भैंस के मांस में जहर मिलाया था। जिसे खाने से बाघ की मौत हुई थी। 2 दिन पहले ही गुरु घासीदास टाइगर रिजर्व के जंगल में बाघ का शव मिला था।
सोमवार को टाइगर रिजर्व के रामगढ़ रेंज के सलगवा खुर्द में बाघ का शव मिला। सूचना मिलने पर ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची थी। जांच में ही उस दौरान ये पता चला कि बाघ को जानबूझकर मारा गया था। बताया गया था कि कुछ दिन पहले ही बाघ ने एक बाघ का शिकार किया था। अगले दिन वह बाघ का मांस खाने फिर गया था। मगर मांस खाने के बाद ही उसकी जान चले गई।
जांच में यह बात भी पता चली कि भैंस को शिकार बनाने के चलते ग्रामीण नाराज थे। इसी वजह से उन्होंने मरे हुए भैंस के मांस में जहर मिला दिया। जिसके कारण बाघ की मौत हो गई थी। वहीं वन विभाग की टीम मौके पर स्नाइफर डॉग को लेकर गई थी। जो जांच के दौरान ही सीधे घटनास्थल से उन ग्रामीणों के घर गए, जिन्होंने बाघ को मारा था।