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नीरज ने विश्व चैंपियनशिप में 19 साल बाद भारत को दिलाया पदक, जीता सिल्वर

स्टार एथलीट नीरज चोपड़ा ने एक बार फिर देश को जश्न मनाने का मौका दिया है। गोल्डन ब्वॉय नीरज चोपड़ा ने एक और इतिहास रचा है। उन्होंने अमेरिका के यूजीन में चल रही विश्व एथलेटिक्स में 88.13 मीटर भाला फेंक कर सिल्वर मेडल जीता है और इस उपलब्धि के साथ ही वह इस टूर्नामेंट के इतिहास में पदक जीतने वाले पहले भारतीय पुरुष बन गए हैं। इस जीत के बाद देश के साथ ही नीरज के गांव में जश्न का माहौल है।

वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भारत को 19 साल बाद मेडल मिला है। नीरज से पहले महिलाओं में दिग्गज एथलीट अंजू बॉबी जॉर्ज ने 2003 में कांस्य पदक जीता था। प्रतियोगिता में नीरज ने अपने पहले ही प्रयास में 88.39 मीटर की दूरी तय की और फाइनल में जगह बनाई। टोक्यो ओलिंपिक के चैंपियन की फॉर्म को देखते हुए उम्मीद की जा रही थी कि वह विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में पदक दिलाने वाले पहले पुरुष एथलीट बन सकते हैं और सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करके वे पदक जीतने वाले पहले पुरुष खिलाड़ी बन भी गए।

करियर का तीसरा बेस्ट थ्रो करके बनाई फाइनल में जगह
प्रतियोगिता में 24 साल के नीरज के अलावा 34 अन्य एथलीट शामिल हुए थे। सभी को दो ग्रुप में रखा गया था। नीरज पहले ग्रुप में थे और रोहित को ग्रुप बी में रखा गया था। नीरज ने अपने करियर का तीसरा बेस्ट थ्रो करते हुए फाइनल में जगह बनाई है। उन्होंने 14 जून को फीनलैंड के पावो नूरमी में 89.30 मीटर भाला फैंका और स्टॉकहोम डायमंड लीग में 30 जून को 89.94 मीटर का प्रदर्शन किया। वह 90 मीटर से महज 6 सेंटीमीटर से चूक गए। उन्होंने फीनलैंड में कुओरताने में 86.69 मीटर भाला फैंककर खिताब जीता था।

नीरज के परिवार में जश्न का माहौल
नीरज की कामयाबी पर उनके परिवार और गांव वाले डांस करके जश्न मना रहे हैं। लोगों को लड्डू खिलाए जा रहे हैं। खंडरा गांव में सुबह मैच शुरू होते ही गांव का हर आदमी एलईडी पर मैच देखता दिखाई दिया। उपायुक्त सुशील सारवान भी मौके पर पहुंचे और इस जश्न में शरीक हुए। उन्होंने नीरज के परिवार को जीत की बधाई दी। नीरज के पिता सतीश कुमार ने अपने बेटे की इस उपलब्धि पर जश्न मनाते हुए कहा कि नीरज ने एक बार फिर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया और अभी तो उसे देश के लिए कई मेडल जीतकर लाने हैं।

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