रायगढ़ नगर निगम का नया कारनामा सामने आया हैं। पवन पुत्र बजरंगबली के नाम से निगम ने 200 रुपए के दो मांग पत्र जारी कर नोटिस बजरंगबली के नाम से जारी किए गए हैं, बता दे इससे पहले जिला प्रशासन द्वारा भगवान शंकर के नाम से नोटिस जारी किया गया था जिसे लेकर काफी बवाल हुआ था, अब भाजपा को बैठे-बिठाए मुद्दे मिल गए हैं यह घटना रायगढ़ के नगर निगम वार्ड नंबर 18 की है जहां बजरंगबली के मंदिर को बजरंगबली के नाम से नोटिस काटा गया है इस वार्ड की पार्षद नगर निगम की भाजपा नेता प्रतिपक्ष पूनम सोलंकी है।
छत्तीसगढ़ में रायगढ़ एकमात्र ऐसा नगर निगम और शहर है जो कि हमेशा पूरे प्रदेश में कोई ना कोई मुद्दे को लेकर सुर्खियों में रहता है अभी बीते दिनों रायगढ़ जिला प्रशासन द्वारा भगवान शिव शंकर के नाम से नोटिस दिया गया था जिसको लेकर काफी जिला प्रशासन की किरकिरी हुई और अब ताजा मामला नगर निगम का देखने को मिला है रायगढ़ नगर निगम ने बजरंगबली नोटिस काट दिया है जिसे लेकर भाजपा समेत अन्य दलों में काफी आक्रोश देखा जा रहा है।
रायगढ़-नगर निगम रायगढ़ द्वारा बजरंग बली को नोटिस दिए जाने पर जिला भाजपा ओर शिव सेना ने कड़ी आपत्ति दर्ज कराते हुए कहा कि कांग्रेस हिंदू देवी देवताओं के अपमान से बाज आए अन्यथा हिंदुओ का विरोध झेलने को तैयार रहे। भगवान शिव हो या राम या फिर बजरंग बली हिंदू देवी देवताओं का अपमान करना कांग्रेस की नियति बन चुकी है। भाजपा हिंदुओ के आराध्य का अपमान स्वीकार नही करेगी,नगर निगम प्रशासन द्वारा भगवान बजरंग बली को नोटिस जारी करना उनके नाम के आगे श्रीमती लगाना पति के नाम के स्थान पर मंदिर का उल्लेख किया जाना बजरंग बली का अपमान है। इसके पहले तहसीलदार ने भगवान शिव को नोटिस जारी कर कोर्ट में हाजिर होने का आदेश पारित किया लेकिन किसी पर कार्यवाही नही हुई यही वजह है कि बार बार हिंदू देवी देवताओं को नोटिस जारी कर हिंदुओ को अपमानित किया जा रहा है,जिला भाजपा ओर शिव सेना ने राम सेतु के मामले में स्मरण दिलाते हुए कहा कि कांग्रेस की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्षा सोनिया गांधी ने राम सेतु के काल्पनिक बताकर हिंदुओ की आस्था का अपमान किया,वही राम मंदिर के खिलाफ में वरिष्ठ कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने केश भी लड़ा जहां भी कांग्रेस की सरकार है वहां हिंदू देवी देवताओं का कांग्रेस के इशारे से अपमान किया जाता है।यह भाजपा को स्वीकार्य नहीं होगा।
आपको बताना चाहेंगे कि भाजपा अब इसको एक बड़ा मुद्दा बना ली है और बहुत जल्द अब भाजपा इस मुद्दे को लेकर नगर निगम को घेरने वाली है।
वही जब हमने इस गंभीर मुद्दे को लेकर निगम के ई ई से चर्चा की तो उन्होंने गलती को स्वीकारा और कहा कि यह अमृत मिशन का ठेका एक प्राइवेट कंपनी को दिया गया है। इस त्रुटि के लिए जो भी जिम्मेदार है उस पर कार्यवाही की जाएगी निगम आयुक्त द्वारा पूरी बात परिस्थिति से कलेक्टर को अवगत करा दिया गया है उच्च अधिकारियों के निर्देश पर कार्यवाही की जाएगी।