कोरिया / खांड़ा में बिना निर्माण कार्य कराए २१.५६ लाख की हेराफेरी करने के मामले में सरंपच की कुर्सी खतरे में पड़ गई है। मामले में सरपंच को एक सप्ताह के भीतर एसडीएम कार्यालय में जवाब प्रस्तुत करना होगा।
विकासखंड बैकुंठपुर के ग्राम पंचायत खांड़ा का मामला है। सरपंच राजकुमार चेरवा की मनमानी के कारण १४वें वित्त एवं मूलभूत योजना की २१५५८७८ रुपए की गड़बड़झाला उजागर हुआ है। ग्रामीण सहित पंचायत प्रतिनिधियों ने जिला पंचायत में सरपंच के खिलाफ शिकायत सौंपी थी। जिसमें तीन साल में 40 निर्माण कार्यों के नाम पर 30 लाख से अधिक राशि पंचायत निधि से निकालने और निर्माण करने की बजाय बंदरबांट करने का आरोप लगाया गया था। मामले में ग्रामीण यांत्रिकी सेवा बैकुंठपुर के एसडीओ के नेतृत्व में निर्माण कार्यों का मूल्यांकन कराने टीम बनाई गई थी। मूल्यांकन टीम ने कराए गए कार्यों का भौतिक सत्यापन व मूल्यांकन कर जांच प्रतिवेदन जिला पंचायत को प्रस्तुत किया। जिसमें मूल्यांकन से अधिक खर्च और राशि आहरण कर कार्य नहीं कराने का उल्लेख है। पंचायत के खाते से कुल २१५५८७८ रुपए मूल्यांकन से अधिक राशि खर्च हुई है। जिला पंचायत ने कार्रवाई करने एसडीएम कार्यालय बैकुंठपुर भेज दिया। मामले में एसडीएम बैकुंठपुर ने माना यह कृत्य सरकारी पैसे का दुरुपयोग है। जो छत्तीसगढ़ पंचायत नियम १९९४ के नियम ३ के विरुद्ध है। मामले में सरपंच रामकुमार चेरवा को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। जिसमें उल्लेख है कि आपका यह कृत्य पद पर बने रहने के लिए लोकहित में वांछनीय नहीं है। एक सप्ताह के भीतर जवाब प्रस्तुत करना होगा। जिसमें बताना होगा कि क्यों न सरपंच से बर्खास्त किया जाए। मामले में संतोषप्रद जवाब प्रस्तुत नहीं करने पर एकपक्षीय कार्रवाई की जाएगी।
इन कार्यों के नाम पर बंदरबांट हुआ
– वर्ष २०१६-१७ में शौचालय निर्माण के नाम पर ११३६०० रुपए निकले।
– वर्ष २०१७-१८ में शौचालय निर्माण के नाम पर ४६६९०० रुपए निकले।
– कन्या आश्रम खांड़ा में शौचालय निर्माण १२८२०० रुपए निकले।
-आंगनबाड़ी भवन पटेलपारा में निर्माण १७२००० रुपए निकले।
-वर्ष २०१८-१९ में ढोढ़ी मरम्मत के नाम पर १६२९०० रुपए निकले।
एसडीएम कार्यालय से जारी कारण बताओ नोटिस में पंचायत के निर्माण कार्यों की सूची उपलब्ध कराई गई है। जिसमें अधिकांश कार्य नहीं हुए हैं, लेकिन पंचायत के खाते से पैसा निकाल लिया गया है। सूची में वर्ष २०१६-१७ से २०१८-१९ तक कार्य शामिल हैं। खांड़ा पंचायत में लगातार गड़बड़ी की शिकायत पर तत्कालीन सचिव को निलंबित कर चुके हैं। वहीं अब सरपंच पर कार्यवाही की तलवार लटकने लगी है।