जांजगीर। छत्तीसगढ़ की जांजगीर-चांपा में सरकारी नौकरी लगाने पर बेरोजगार युवती के साथ 3 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। आरोपितों ने युवती को महिला पर्यवेक्षक पद पर नौकरी बनाने का झांसा दिया था। पुलिस ने धारा 420 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। यह पूरा मामला नैला चौकी इलाके का है।
जानकारी के मुताबिक नैला चौकी क्षेत्र के बोड़सरा की युव ती ज्योति यादव उम्र (28 साल) पिता स्व. मनहरण लाल यादव जांजगीर के एक कोचिंग सेंटर से कोचिंग करते हुए सरकारी नौकरी की तैयारी कर रही थी। उसी कोचिंग सेंटर में सोहन कुमार कुरें भी पढ़ता था। सोहन से मिलने के लिए उसके मौसा ओंकार कुर्रे, शांतनु भारद्वाज के साथ मिलने आया तो युवती का उन लोगों से परिचय हुआ। करीबन 2-3 महीने बाद सोहन के मौसा ओंकार कुर्रे, उसकी पत्नी मंतोषी कुर्रे, शांतनु भारद्वाज व उसकी पत्नी आकांक्षा भारद्वाज बोड़सरा आए और बताया कि शांतनु भारद्वाज रायपुर में रहता है और शासकीय नौकरी लगाता है।
इसके बाद चारों ने महिला पर्यवेक्षक के पद पर युवती की नौकरी लगा देने का दावा करते हुए पांच लाख रुपए की मांग की। युवती भी पांच लाख रुपए देने को तैयार हो गई। नियुक्ति पत्र नहीं देने पर युवती ज्योति यादव मिलने के लिए शांतनु भारद्वाज व उसकी पत्नी आकांक्षा भारद्वाज, मौसा ओंकार कुर्रे व उसकी पत्नी मंतोषी कुर्रे से मिलने गई। नौकरी नहीं लगने पर युवती ने अपने पैसे वापस मांगे तो शांतनु भारद्वाज ने डेढ़ लाख का चेक दिया। शेष डेढ़ लाख रुपए कैश देने का वादा किया गया। चेक लेकर युवती ने उसे बैंक में जमा किया, वहां से वह बाउंस हो गया।
इसके बाद युवती फिर पैसा लेने के लिए आरोपियों के घर गई तो आरोपियों ने उसे पहचानने से इनकार कर दिया। इसके बाद युवती ने शिकायत चौकी में की थी। विवेचना के बाद पुलिस ने चारों आरोपियों शांतनु भारद्वाज एवं उसकी पत्नी आकांक्षा भारद्वाज, ओंकार कुर्रे एवं उसकी पत्नी मंतोषी कुर्रे के खिलाफ धारा 420, 34 के तहत अपराध दर्ज कर लिया है।