मुंगेली : छत्तीसगढ़ के 7 से ज्यादा होनहारों ने इस बार यूपीएससी में परचम लहराया है। इन्ही होनहारों में एक नाम है प्रीतेश सिंह राजपूत का। मंगलवार को जारी हुए यूपीएससी रिजल्ट में प्रीतेश को 697वीं रैंक मिली है। प्रीतेश की कामयाबी इसलिए काबिले तारीफ है, क्योंकि प्रीतेश ने नौकरी में रहते हुए यूपीएससी क्रेक किया।
मनेंद्रगढ़ में डिप्टी कलेक्टर के पद पर पदस्थ प्रीतेश का लक्ष्य IAS बनने का है। प्रीतेश बताते हैं कि वह राज्य प्रशासनिक सेवा में नौकरी करने के साथ ही यूपीएससी की तैयारी में लगे हुए थे जिसमें पहले प्रयास में मेंस क्लियर नही हो पाया था। जिसके बाद भी वो लगातार अपनी तैयारियों में जुटे हुए थे। फिर दूसरे प्रयास में उन्हें ये सफलता मिली।
प्रीतेश ने बताया कि वो अपने लक्ष्य के साथ आगे बढ़ रहे हैं, उनका सपना IAS बनने का है, हालांकि उन्हें इस बार जो 697वीं रैंक मिली है. इससे उनका सपना पूरा नहीं होने वाला, लिहाजा प्रीतेश अपनी आगे की तैयारी जारी रखेंगे। छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले के लोरमी में रहने वाले प्रीतेश सिंह राजपूत ने पहली से लेकर पांचवी तक की पढ़ाई लोरमी के ही शासकीय स्कूल में की, जिसके बाद 6 वीं से लेकर 12 तक की पढ़ाई लोरमी के झाफल स्थित निजी महाराणा प्रताप स्कूल से की, जिसके बाद आगे की शिक्षा के लिए प्रीतेश रायपुर चले गए।
प्रीतेश कहते हैं कि उनका शुरू से ही लक्ष्य सिविल सर्विस में जाने का था। लिहाजा, उन्होंने दो साल तक बिलासपुर में तैयारी की। 2019 की PSC में उन्होंने पहले ही प्रयास में 94वीं रैंक हासिल की, उन्हें फूड अफसर का पद मिला, लेकिन उससे वो संतुष्ट नहीं थे। 2019 पीएससी के तुरंत बाद ही 2020 पीएससी का भी रिजल्ट आया, जिसमें उन्हें 17वां रैंक मिला और वो डिप्टी कलेक्टर बन गये।