रायपुर। मौनी अमावस्या तिथि 29 जनवरी को मनाई जाएगी। हिंदू धर्म में अमावस्या की तिथि का विशेष महत्व होता है। इस दिन अगर विधि-विधान से पूजा कर, नदी में स्नान करके दान आदि करने से पितरों की आत्मा तृप्त होती है और वे प्रसन्न होते हैं।
मौनी अमावस्या पर स्नान का महत्व धार्मिक मान्यताओं के अनुसार मौनी अमावस्या पर संगम समेत सभी पवित्र नदियों के जल में भगवान विष्णु का वास होता है। इस बार तीर्थराज प्रयागराज में 144 वर्ष बाद बहुत ही शुभ योग में महाकुंभ चल रहा है।
मौनी अमावस्या पर संगम में स्नान और सूर्यदेव को जल अर्पित करने से अश्वमेघ यज्ञ के बराबर फल प्राप्त होता है। जो लोग किसी कारणवश मौनी अमावस्या पर संगम के पवित्र नदी में न कर पाए तो इस दिन स्नान करते समय नहाने की बाल्टी में गंगाजल जरूर डालें।
जानें मूर्हुत
हिंदू पंचांग के अनुसार, माघ महीने के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि की शुरुआत 28 जनवरी को रात 7:35 पर होगी और इसका समापन 29 जनवरी 2025 को शाम 6:05 पर होगा। ऐसे में उदया तिथि के अनुसार 29 जनवरी के दिन ही मौनी अमावस्या मनेगी।