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दंतेवाड़ा जिला अस्पताल में DMF और CSR फंड में घोटाला: सीनियर बैंक मैनेजर और सहायक अकाउंटेंट गिरफ्तार

दंतेवाड़ा। जिला अस्पताल में डीएमएफ (जिला खनिज निधि) और सीएसआर (कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी) मद में हुए वित्तीय अनियमितताओं के मामले में बड़ी कार्रवाई की गई है। पुलिस ने इस घोटाले में शामिल भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के सीनियर मैनेजर निशांत ठाकुर और अस्पताल की सहायक अकाउंटेंट सुतापा कुंडू को गिरफ्तार किया है।

66 लाख रुपये से अधिक की गड़बड़ी का खुलासा

जिला अस्पताल में डीएमएफ और सीएसआर के तहत विकास और सुविधाओं के लिए करोड़ों रुपये आवंटित किए जाते हैं। हाल ही में हुई जांच में अस्पताल प्रशासन द्वारा किए गए वित्तीय लेन-देन में गंभीर अनियमितताएं पाई गईं। प्रारंभिक जांच में 66 लाख रुपये से अधिक के भुगतान में हेराफेरी का खुलासा हुआ, जिसके बाद पुलिस ने इस मामले को संज्ञान में लिया।

कैसे हुआ फर्जीवाड़ा?

सूत्रों के अनुसार, आरोपी सहायक अकाउंटेंट सुतापा कुंडू ने अस्पताल के डीएमएफ और सीएसआर मद से फर्जी भुगतान किया, जिसमें भारतीय स्टेट बैंक के सीनियर मैनेजर निशांत ठाकुर की मिलीभगत सामने आई। आरोप है कि दोनों ने मिलकर बैंक खातों में हेरफेर कर सरकारी राशि का दुरुपयोग किया।

पुलिस ने की बड़ी कार्रवाई

मामले की गंभीरता को देखते हुए दंतेवाड़ा पुलिस ने अस्पताल के डीएमएफ और सीएसआर मद से जुड़े बैंक दस्तावेज और चेकबुक जब्त कर लिए। जांच में कई गड़बड़ियों के सबूत मिलने के बाद पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।

अस्पताल प्रशासन पर भी उठे सवाल

इस घोटाले के सामने आने के बाद अस्पताल प्रशासन की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठ रहे हैं। अधिकारियों की लापरवाही के कारण डीएमएफ और सीएसआर मद में इस तरह की अनियमितताएं संभव हुईं। जांच दल इस बात की भी जांच कर रहा है कि इस घोटाले में अन्य लोग शामिल थे या नहीं।

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