रायपुर। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने छत्तीसगढ़ में हुए अवैध कोयला लेवी घोटाले में एक और कड़ा कदम उठाते हुए 49.73 करोड़ रुपये की 100 से अधिक चल-अचल संपत्तियों को अटैच किया है। इनमें बैंक बैलेंस, नकदी, आभूषण, वाहन और जमीन शामिल हैं।
अब तक 270 करोड़ की संपत्ति जब्त
ED अब तक इस घोटाले में 11 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है और 26 के खिलाफ चार्जशीट दायर कर चुकी है। जांच में पता चला है कि यह घोटाला करीब 500 करोड़ रुपये का हो सकता है। अब तक कुल 270 करोड़ की संपत्तियां कुर्क की जा चुकी हैं।
राजनीतिक और प्रशासनिक मिलीभगत का आरोप
ED के अनुसार, यह अवैध वसूली बिना प्रशासनिक और राजनीतिक संरक्षण के संभव नहीं थी। जांच एजेंसी का दावा है कि घोटाले के पीछे एक संगठित नेटवर्क काम कर रहा था, जिसने राज्य में कोयला व्यापारियों से अवैध वसूली की।
घोटाले में कौन-कौन शामिल?
ED ने जिन लोगों की संपत्तियां अटैच की हैं, उनमें व्यवसायी सूर्यकांत तिवारी और उनके करीबी सहयोगी शामिल हैं। इस मामले में मुख्यमंत्री कार्यालय तक के अधिकारियों की संलिप्तता के आरोप लग चुके हैं।
ED की इस कार्रवाई से घोटाले से जुड़े अन्य लोगों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। जांच एजेंसी जल्द और गिरफ्तारियां और संपत्तियों की कुर्की कर सकती है।