रायपुर। सरकारी विभागों में नौकरी लगाने का झांसा देकर करोड़ों की ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए रायपुर पुलिस ने एक और आरोपी कपिल देशलहरे को गिरफ्तार किया है। इस मामले में अब तक कुल सात आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। आरोपियों ने 65 से अधिक बेरोजगारों से 5 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी की है।
नौकरी का झांसा देकर ठगी
सिविल लाइन थाना पुलिस के मुताबिक, 29 जनवरी 2025 को अंजना गहिरवार नामक महिला ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि वर्ष 2021 में उसने और अन्य लोगों ने सरकारी नौकरी के लिए 25-25 लाख रुपये आरोपियों को दिए थे। आरोपियों ने खुद को बड़े अधिकारियों से जुड़ा बताकर सरकारी विभागों में नौकरी दिलाने का झांसा दिया, लेकिन नौकरी नहीं लगने पर पीड़ितों को अहसास हुआ कि वे ठगी का शिकार हो गए हैं।
अब तक 7 आरोपी गिरफ्तार
पुलिस जांच में पता चला कि आरोपियों ने संगठित रूप से गिरोह बनाकर इस ठगी को अंजाम दिया। अब तक इस मामले में सात आरोपियों – देवेन्द्र जोशी, झगीता जोशी, स्वप्निल दुबे, नफीज आलम, हलधर बेहरा, सोमेश दुबे और अब कपिल देशलहरे को गिरफ्तार किया गया है।
चैनल बनाकर चल रही थी ठगी
पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी कपिल देशलहरे ने अन्य आरोपियों के साथ मिलकर बेरोजगारों को फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नौकरी दिलाने का झांसा दिया। उसने करीब 30 लाख रुपये लेकर मुख्य आरोपी स्वप्निल दुबे को सौंपे थे। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से मोबाइल फोन जब्त कर लिया है।
आगे की कार्रवाई जारी
अब तक 25 से अधिक पीड़ितों की पहचान की जा चुकी है। पुलिस ने आरोपियों के बैंक खातों से करीब 15 लाख रुपये होल्ड कर लिए हैं। दस्तावेजों की जांच की जा रही है और अन्य संभावित आरोपियों की तलाश जारी है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।