सुकमा / करेगुट्टा इलाके में चल रहे सुरक्षाबलों के ऑपरेशन के बीच नक्सलियों की ओर से एक बार फिर शांति वार्ता का प्रस्ताव सामने आया है। नक्सलियों के केंद्रीय कमेटी के प्रवक्ता ‘अभय’ के हवाले से संगठन ने सरकार को दूसरा पत्र भेजा है, जिसमें बिना शर्त युद्धविराम कर वार्ता शुरू करने की मांग की गई है।
नक्सल संगठन ने पत्र में स्वीकार किया है कि हाल ही में हुए करगुट्टा मुठभेड़ में उनके तीन सदस्य मारे गए हैं। इसके बावजूद संगठन ने पत्र के जरिए केंद्र और राज्यों से अपील की है कि छत्तीसगढ़, झारखंड, ओडिशा, महाराष्ट्र सहित अन्य प्रभावित राज्यों में एक तय समय सीमा के भीतर युद्धविराम घोषित किया जाए ताकि शांति वार्ता का रास्ता साफ हो सके।
पत्र में नक्सलियों ने दावा किया है कि वे बार-बार सरकारों के समक्ष शांति वार्ता के प्रस्ताव रखते रहे हैं, लेकिन अनुकूल वातावरण नहीं बन पाने के कारण प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ सकी। संगठन ने इस बार सरकार से भरोसेमंद माहौल बनाने और वार्ता के लिए गंभीर पहल करने का आग्रह किया है।
गौरतलब है कि इससे पहले भी करगुट्टा ऑपरेशन के दौरान नक्सलियों ने एक पत्र जारी कर शांति वार्ता की इच्छा जताई थी। अब केंद्रीय नेतृत्व के प्रवक्ता के माध्यम से आए इस पत्र को एक महत्वपूर्ण पहल के रूप में देखा जा रहा है।