हनीमून के बहाने मौत की साजिश?
इंदौर/शिलांग, विशेष संवाददाता।
इंदौर के बहुचर्चित राजा रघुवंशी हत्याकांड ने पूरे देश को चौंका दिया है। मेघालय पुलिस का दावा है कि राजा की पत्नी सोनम ने ही चार साथियों के साथ मिलकर अपने पति की हत्या करवाई। लेकिन अब सोनम के पिता देवी सिंह रघुवंशी ने सामने आकर पूरे मामले में नया मोड़ ला दिया है। उन्होंने कहा कि “मेरी बेटी निर्दोष है, उसे फंसाया जा रहा है”, और इस मामले की CBI जांच की मांग कर दी है।
20 दिन की शादी, शिलांग में मौत की पटकथा
11 मई को इंदौर में शादी… और महज 20 दिन बाद शिलांग की वादियों में मिला पति का शव।
राजा और सोनम रघुवंशी हनीमून के लिए शिलांग गए थे, लेकिन 2 जून को राजा की लाश संदिग्ध हालत में बरामद हुई।
मेघालय पुलिस के अनुसार, सोनम ने मध्यप्रदेश से तीन सुपारी किलर बुलवाए थे और खुद उन्हें लेकर शिलांग पहुंची थी।
तीन हमलावरों को गिरफ्तार किया गया है और चौथे की तलाश जारी है।
पुलिस का कहना है कि सोनम ने खुद गाज़ीपुर से सरेंडर किया, लेकिन इस कहानी पर अब सोनम के परिवार ने सवाल उठाए हैं।
सोनम के पिता का बड़ा बयान – “सिर्फ बेटा गोविंद ही बात कर पाया, मुझे बेटी से बात नहीं करने दी”
देवी सिंह रघुवंशी, सोनम के पिता ने आरोप लगाते हुए कहा –
“सोनम ने खुद अपने भाई गोविंद को कॉल किया था। फिर गोविंद ने मुझे बताया कि वो गाजीपुर के एक ढाबे में है। पुलिस ने वहीं से उसे उठाया। यह स्वेच्छा से सरेंडर नहीं, बल्कि पहले से तय गिरफ्तारी थी।”
“मैं अपनी बेटी से आज तक बात नहीं कर पाया हूं। सिर्फ मेरा बेटा रात 2 बजे के आसपास सोनम से फोन पर बात कर सका।”
“मेरी राजा रघुवंशी के परिवार से अब तक कोई बातचीत नहीं हुई है। पुलिस और मेघालय सरकार मामले को एकतरफा दिखा रही हैं।”
“मैं मांग करता हूं कि इस पूरे प्रकरण की निष्पक्ष CBI जांच कराई जाए।”
पुलिस पर सवाल, मुख्यमंत्री के ट्वीट से मचा बवाल
मेघालय पुलिस अब तक इस सवाल का स्पष्ट जवाब नहीं दे पाई है कि —
- हत्या की असली वजह क्या थी?
- किसने राजा को मारा?
- सोनम की भूमिका कितनी थी?
इस बीच, मेघालय के मुख्यमंत्री का एक ट्वीट सामने आया जिसमें उन्होंने लिखा –
“सात दिन में हत्या की गुत्थी सुलझाने के लिए शिलांग पुलिस को बधाई।”
परिजनों और सोशल मीडिया यूजर्स ने इस ट्वीट को ‘पूर्वनिर्धारित स्क्रिप्ट’ और ‘राजनीतिक दिखावा’ करार दिया है।
क्या है पुलिस का पक्ष?
पुलिस सूत्रों के अनुसार, सोनम ने पूछताछ में यह स्वीकार किया है कि वह हत्या की साजिश में शामिल थी।
राजा को एक सुनसान जगह ले जाकर चार लोगों ने मिलकर मौत के घाट उतारा।
हालांकि पुलिस ने हत्या के हथियार, कॉल डिटेल्स और अन्य सबूतों को अब तक सार्वजनिक नहीं किया है।
अब सवाल यह नहीं कि हत्या किसने की… सवाल यह है – कौन सच बोल रहा है?
एक तरफ मेघालय पुलिस की ‘तेजी से सुलझी’ मर्डर मिस्ट्री, दूसरी ओर पिता की गुहार – “बेटी को बचा लो!”
क्या सच में सोनम ही है इस खौफनाक हत्या की साजिशकर्ता?
या फिर कोई और ताकतें पर्दे के पीछे हैं?
सच्चाई अब अदालत और जांच एजेंसियों के कटघरे में है। सवालों की बौछार है – लेकिन जवाब अभी बाकी है…