रायपुर, 22 जून:
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने शनिवार को रायपुर में नक्सलवाद की स्थिति पर उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, झारखंड और ओडिशा के डीजीपी, एडीजीपी सहित वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।
बैठक के बाद गृह मंत्री ने कहा कि सरकार का संकल्प है कि 31 मार्च 2026 तक देश पूरी तरह नक्सलवाद से मुक्त होगा। उन्होंने विश्वास जताया कि सुरक्षा बलों की दृढ़ता और खुफिया एजेंसियों की सूझबूझ से यह लक्ष्य अवश्य हासिल किया जाएगा।
श्री शाह ने कहा, “हर साल बरसात में आराम करने वाले नक्सली इस बार चैन की नींद नहीं सो पाएंगे। ऑपरेशन लगातार जारी रहेगा और हम उन्हें उनकी मांद से बाहर निकालेंगे।”
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में पिछले डेढ़ साल में मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय और गृह मंत्री विजय शर्मा की अगुवाई में नक्सलविरोधी अभियान ने तेज रफ्तार पकड़ी है। दोनों नेताओं ने अभियान को धार देने के साथ-साथ सुरक्षा बलों का मनोबल भी बढ़ाया है।
श्री शाह ने युवाओं से अपील करते हुए कहा कि वे हिंसा का रास्ता छोड़ें और सरकार की आत्मसमर्पण नीति का लाभ उठाकर मुख्यधारा से जुड़ें। उन्होंने भरोसा दिलाया कि जो भी नक्सली समर्पण करेंगे, उनके साथ वादा निभाया जाएगा और जरूरत पड़ने पर उनसे अधिक सहयोग भी दिया जाएगा।
गृह मंत्री ने कहा, “यह युवाओं के लिए विकास की मुख्यधारा में लौटने का सुनहरा अवसर है। सरकार उनका पुनर्वास सुनिश्चित करेगी।”
