रायपुर, 17 जुलाई 2025
छत्तीसगढ़ में जीएसटी चोरी और फर्जी बिलिंग के मामलों पर केंद्र सरकार की एक बड़ी एजेंसी ने शिकंजा कस दिया है। डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ जीएसटी इंटेलीजेंस (DGGI) की नौ सदस्यीय टीम ने आज सुबह से रायपुर, दुर्ग, भिलाई और राजनांदगांव जिलों में एक साथ कई ठिकानों पर बड़ी छापेमारी कार्रवाई की।
जानकारी के मुताबिक, राजनांदगांव स्थित ‘आशिक़ी पान मसाला’ निर्माण इकाई और इसके डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क के खिलाफ ये रेड की गई है। दिल्ली से आई DGGI की टीम ने करीबन 60 करोड़ रुपए की टैक्स चोरी और फर्जी बिलिंग से जुड़े दस्तावेज जब्त किए हैं।
जिन ठिकानों पर छापे पड़े
- आशिक़ी पान मसाला की फैक्ट्री, राजनांदगांव
- फ्रेंचाइजी नरेश मोटलानी के व्यावसायिक परिसर
- राज्य स्तरीय डिस्ट्रीब्यूटर विश्वनाथ काबरा के रायपुर स्थित प्रतिष्ठान
- भिलाई और दुर्ग में संबंधित गोदाम व लॉजिस्टिक नेटवर्क
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, आशिक़ी ब्रांड की फैक्ट्री पर इनवॉइस गड़बड़ी, बिना जीएसटी बिल के माल की सप्लाई, और शेल कंपनियों के जरिए फर्जी इनवॉइसिंग जैसे गंभीर आरोपों की जांच चल रही है।
9 सदस्यीय टीम, 4 जिलों में एक साथ रेड
दिल्ली मुख्यालय से आई 9 सदस्यीय DGGI टीम ने छत्तीसगढ़ जीएसटी विभाग के साथ मिलकर इस कार्रवाई को अंजाम दिया। छापेमारी सुबह से देर शाम तक जारी रही, और बड़े पैमाने पर दस्तावेज, डिजिटल डेटा, कंप्यूटर और सीसीटीवी फुटेज को जब्त किया गया है।
प्रारंभिक तौर पर अधिकारियों ने संकेत दिए हैं कि 60 करोड़ से अधिक की कर चोरी का मामला बन सकता है, और जांच के बाद ये आंकड़ा और बड़ा हो सकता है। जरूरत पड़ने पर ईडी और आयकर विभाग को भी जांच से जोड़ा जा सकता है।
