औचक निरीक्षण में उजागर हुई अव्यवस्थाएं, आयोग अध्यक्ष ने स्कूल प्राचार्य व डीईओ को भेजा नोटिस
रायपुर।
छत्तीसगढ़ राज्य बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष डॉ. वर्णिका शर्मा ने बच्चों के शिक्षा व स्वास्थ्य अधिकारों की स्थिति जानने के लिए राजधानी रायपुर स्थित पी.जी. उमाठे स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय, शांति नगर का हाल ही में औचक निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान स्कूल परिसर की स्थिति बेहद चिंताजनक पाई गई। बच्चों को जर्जर और टूटे-फूटे बेंचों पर बैठते देखा गया। कई कक्षाओं की छतें टपक रही थीं, वहीं कुछ कक्षों में सुरक्षा के लिए बाउंड्री वॉल या पैराफिट तक नहीं था, जिससे बच्चों के गिरने का खतरा था। सीढ़ियाँ जर्जर हालत में थीं। स्कूल परिसर में जगह-जगह गंदगी फैली थी, और शौचालयों से दुर्गंध आ रही थी।
अध्यक्ष डॉ. शर्मा ने पाया कि स्टाफ रूम से लेकर किचन एरिया तक में गंदगी का आलम था। जब इन हालातों पर प्राचार्य से जवाब मांगा गया तो उनका रवैया गैर-जिम्मेदाराना और उदासीन नजर आया। उन्होंने स्कूल की सफाई और अन्य व्यवस्थाओं को लेकर न तो स्पष्ट जानकारी दी और न ही कोई संजीदगी दिखाई।
इन परिस्थितियों को देखते हुए डॉ. शर्मा ने बच्चों के स्वास्थ्य, जीवन और विकास के अधिकारों के हनन की गंभीर संभावना मानते हुए प्रकरण क्रमांक 1339/2025 दर्ज कर लिया है। साथ ही जिला शिक्षा अधिकारी रायपुर और स्कूल प्राचार्य को 22 जुलाई 2025 तक जवाब प्रस्तुत करने का नोटिस जारी किया गया है।
इस अवसर पर आयोग अध्यक्ष ने प्रदेश के सभी शासकीय स्कूलों के प्राचार्यों से अपील की है कि वे शालाओं को स्वच्छ, सुरक्षित और बच्चों के अनुकूल वातावरण देने की दिशा में पहल करें। उन्होंने कहा कि बच्चों के अधिकारों की रक्षा हेतु आयोग सजग है और भविष्य में भी ऐसी अनियमितताओं पर कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
