रायपुर। रावतपुरा सरकार निजी मेडिकल कॉलेज के खिलाफ केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की कार्रवाई के बाद राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (NMC) ने कॉलेज को कड़ा झटका देते हुए वर्ष 2025-26 का शैक्षणिक सत्र ‘जीरो ईयर’ घोषित कर दिया है। इसका सीधा असर यह होगा कि इस बार की काउंसलिंग प्रक्रिया में कॉलेज में एक भी छात्र को प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
इस कार्रवाई के साथ ही मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश समेत कुल छह अन्य निजी मेडिकल कॉलेजों को भी जीरो ईयर घोषित किया गया है। इन कॉलेजों को मानकों के उल्लंघन और भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों के चलते सत्र में छात्रों को प्रवेश देने से रोक दिया गया है।
गौरतलब है कि रावतपुरा कॉलेज प्रबंधन द्वारा एनएमसी की निरीक्षण टीम को रिश्वत देने का मामला सामने आया था। कॉलेज द्वारा MBBS की 150 सीटों को बढ़ाकर 250 करने के लिए निरीक्षण के दौरान तीन एसेसरों को कथित रूप से रिश्वत दी गई। इस मामले में कॉलेज के डायरेक्टर समेत छह लोगों को गिरफ्तार किया गया था, जिनमें तीन एसेसर भी शामिल हैं।
CBI की इस जांच में अब तक कुल 35 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो चुकी है। यह कार्रवाई निजी मेडिकल शिक्षा में व्याप्त भ्रष्टाचार को उजागर करने वाली बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है।
छात्रों को सतर्कता की सलाह:
NMC की सख्त कार्रवाई के बाद छात्रों और अभिभावकों को सलाह दी गई है कि वे काउंसलिंग के दौरान कॉलेज का स्टेटस भली-भांति जांच लें, ताकि उन्हें बाद में किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।
