रायपुर। राजधानी रायपुर का लाखे नगर गणेश पंडाल इस बार चर्चा का नहीं बल्कि विवाद का केंद्र बन गया। यहां लगी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से डिज़ाइन की गई गणेश प्रतिमा और पंडाल में बजाए गए आइटम सॉन्ग ने माहौल बिगाड़ दिया। श्रद्धालु जहां दर्शन के लिए पहुंचे, वहीं अचानक उठे विरोध ने सबको हैरान कर दिया।
क्या है पूरा मामला?
लाखे नगर पंडाल में इस बार गणेश प्रतिमा को कार्टूननुमा अंदाज में तैयार किया गया था। आयोजकों का दावा था कि यह प्रतिमा तकनीक और परंपरा का संगम है। लेकिन पंडाल में जैसे ही फूहड़ गाने बजाए गए और उस पर डांस किया गया, हिन्दू संगठनों और श्रद्धालुओं ने कड़ा विरोध शुरू कर दिया।
श्रद्धालु हुए मायूस
प्रतिमा पर लगे प्रतिबंध और विरोध प्रदर्शन के चलते दर्शन करने आए भक्त निराश होकर लौट गए। चारों तरफ अफरा-तफरी का माहौल रहा।
साधु-संत और संगठन सड़कों पर
हिन्दू संगठनों के कार्यकर्ता और साधु-संत स्थानीय थाने और पंडाल पहुंचे। उन्होंने आरोप लगाया कि यह सनातन धर्म की मर्यादा का उल्लंघन है और धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ किया गया है।
पुलिस प्रशासन अलर्ट
तनाव को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने मोर्चा संभाला। 12 थानों के टीआई समेत भारी पुलिस बल तैनात किया गया। लगातार चार घंटे तक माहौल गरमाया रहा। आखिरकार दबाव में आकर लाखे नगर गणेश पूजा समिति ने प्रतिमा को कपड़े से ढक दिया।
प्रशासन की सख्ती
पुलिस अधिकारियों ने आयोजकों को चेतावनी दी है कि धार्मिक आयोजन की आड़ में किसी भी तरह की फूहड़ता या आस्था के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
