उज्जैन। महाकालेश्वर मंदिर और महाकाल लोक के बिल्कुल पास जयसिंहपुरा में स्थित भारत माता मंदिर इन दिनों पर्यटकों और श्रद्धालुओं का प्रमुख आकर्षण बन गया है।
2018 में उद्घाटित यह भव्य मंदिर भारत की गौरवगाथा और राष्ट्रभक्ति की भावना को समर्पित है। दिनभर यहां दर्शनार्थियों की भीड़ लगी रहती है और शाम होते ही पूरा परिसर देशभक्ति के रंग में रंग उठता है।
मंदिर की सबसे बड़ी खासियत है भारत माता की 16 फीट ऊंची विराट पत्थर की प्रतिमा, जिसके चारों ओर नवदुर्गा की मनोहारी छवियां स्थापित हैं। माना जाता है कि मध्य प्रदेश में यह भारत माता की सबसे विशाल पत्थर की मूर्ति है। दर्शन करने आने वाले लोग प्रतिमा के सामने पहुंचते ही अद्भुत ऊर्जा और उत्साह महसूस करते हैं।

भारत माता मंदिर की पहचान अखंड भारत के भव्य 3डी मानचित्र से भी होती है। इसे श्रद्धालु और पर्यटक बड़ी रुचि के साथ देखते हैं। पूरा परिसर भारतीय संस्कृति, सभ्यता और इतिहास की गौरवशाली विरासत को समर्पित स्थापत्य कला से सजा हुआ है। मंदिर का निर्माण माधव सेवा न्यास द्वारा करवाया गया है, जिसने इसे केवल उपासना का स्थल नहीं बल्कि राष्ट्र की महानता का प्रतीक बनाया है।
मंदिर परिसर में एक सुंदर सभागार भी मौजूद है, जहां समय–समय पर सांस्कृतिक और राष्ट्रभक्ति से जुड़े कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। वहीं हर रात 8 बजे वंदे मातरम् का सामूहिक गायन यहां की विशेष परंपरा बन चुका है। इस दौरान भक्तों में देशभक्ति का जोश और भक्ति का माहौल अपने चरम पर पहुंच जाता है।
भारत माता मंदिर सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक दर्शनों के लिए खुला रहता है और प्रवेश पूरी तरह नि:शुल्क है। श्रद्धालुओं व वरिष्ठ नागरिकों को ध्यान में रखते हुए मंदिर तक व्हीलचेयर से पहुंचने की सुविधा और पार्किंग की भी व्यवस्था की गई है।

महाकालेश्वर मंदिर के बाद दर्शन के लिए आने वाले हजारों श्रद्धालु प्रतिदिन यहां पहुंच रहे हैं। युवाओं से लेकर परिवारों तक हर किसी के लिए यह मंदिर केवल दर्शनीय जगह नहीं बल्कि राष्ट्र के प्रति गर्व और प्रेम की भावना जगाने वाला प्रेरणास्थल बन चुका है।
