कोरिया जिले के कई विभाग अपनी कार्यशैली को लेकर अक्सर सुर्खियों मे रहते है ऐसा ही एक मामला ग्रामीण यांत्रिकी विभाग का सामने आया है।
जहाँ कार्यपालन अभियंता ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग के बैकुन्ठपुर जिला कोरिया मे स्थित कार्यालय मे लिपिको के होने के बाद भी लिपिक एवं तकनीकी से संबंधित कार्य प्यून(चपरासी) कर रहे है, और इस बात का खुलासा सूचना के अधिकार से प्राप्त दस्तावेज मे हुऐ है जिसमे बकायदा कार्य करने हेतु आदेश जारी किया गया है।
जब इस संबंध मे ईई के.एम.चौधरी से जानकारी चाही गई तो पहले तो वे कैमरे के सामने बोलने से कतराते रहे फिर उनके द्वारा टालने वाले शब्दो मे कहा गया की मेरे द्वारा आदेश जारी नही किया गया है पूर्व मे जारी आदेश पर कार्य कर रहे है अब सवाल यह उठता है कि इनका यह जवाब कितना संतोष जनक है वही जानकारी मे होने के बाद भी कोई कार्यवाही न करना इनकी कार्यालीन संवेदनशीलता को दर्शाता है।
