कोरिया / नगर सहित जिले के विभिन्न इलाकों में सूर्य उपासना के महापर्व छठ पर्व की तैयारियां जोरों पर चल रही है। पूजा में लगने वाले सामानों की खरीद बिक्री का दौर भी शुरू हो गया है। शिवपुर चरचा नगरपालिका प्रशासन की तरफ से घाटों की साफ-सफाई और रंगाई कराने का काम अंतिम पड़ाव में पहुच गया हैं। श्रद्धालु द्वारा नदी, तालाबों, पोखरों के घाटों पर अपनी-अपनी बेदियां बनाने की तैयारी की जा रही हैं। अब इन सब के बाद बेदियां बनाकर लोग उस पर अपना नाम व व्रती महिलाओं का नाम लिखकर अपनी जगह सुरक्षित करेंगे।
आपको बता दे कि छठ को लेकर मान्यता है कि 14 वर्ष के वनवास के बाद जब भगवान राम और माता सीता ने अयोध्या वापस आकर राज्यभिषेक के दौरान उपवास रखकर कार्तिक महीने के शुक्ल पक्ष में भगवान सूर्य की पूजा की थी। उसी समय से छठ पूजा हिंदू धर्म का महत्वपूर्ण और परंपरागत त्योहार बन गया। यह भी बताया जाता है कि छठ पूजा विधि-विधान से करने पर सभी मनोकामना पूरी हो जाती है। इसी मान्यता के तहत शिवपुर चरचा नगर पालिका सहित जिले के विभिन्न इलाकों में डाला छठ को धूमधाम से मनाने की तैयारी जोरों पर चल रही है।
नगर पालिका शिवपुर चरचा की अध्यक्ष श्रीमती लाल मुनि यादव ने बताया कि प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी नगर में ऐतिहासिक छट पर्व मनाने की अंतिम तैयारियां की जा रही हैं।
चार दिवसीय छठ पर्व शुरू हो जाएगा। 28 अक्टूबर को नहाय खाय, 29 को खरना, 30 को व्रती महिलाएं अस्ताचलगामी भगवान सूर्य को विधि-विधान से अर्घ्य देंगी। साथ ही 31 अक्टूबर को उगते सूर्य को अर्घ्य देकर व्रत का पारण करेंगी। छठ पर्व में कुछ दिन शेष हैं लेकिन नगरपालिका शिवपुर चरचा प्रशासन की तरफ से घाट की रंगाई, साफ-सफाई समाप्ती के कगार पर है।