ज्योतिष शास्त्र के अनुसार फाल्गुन पूर्णिमा के दिन भद्रा रहित प्रदोष काल में किया जाता है. बता दें कि इस बार लोगों में होलिका दहन को लेकर कंफ्यूजन बना हुआ है. बता दें कि जब भद्रा लगी होती है तब होलिका दहन नहीं किया जाता. ऐसे में रविवार या सोमवार दोनों दिन को लेकर लोगों में संशय की स्थिति बनी हुई है.
हिंदू धर्म में कोई भी पर्व उदयातिथि के अनुसार मनाया जाता है, लेकिन सभी पर्व के लिए ये नियम लागू नहीं होता. कई बार उचित तिथि में मुहूर्त के आधार पर भी इसका निर्धारण किया जाता है.ऐसे में जानते हैं इस बार होलिका दहन किस दिन, शुभ मुहूर्त में किया जाएगा. साथ ही, इस दिन का महत्व और विधि भी जानें
24 या 25 किस दिन होगा होलिका दहन ?
ज्योतिषाचार्य के अनुसार इस बार होलिका दहन के लिए फाल्गुन पूर्णिमा तिथि 24 मार्च रविवार के दिन सुबह 9 बजकर 23 मिनट पर शुरू होगी और इसका समापन 25 मार्च सोमवार के दिन दोपहर 11 बजकर 31 मिनट पर होगा. ऐसे में उदयातिथि के आधार पर फाल्गुन पूर्णिमा 25 मार्च के दिन होगी. लेकिन दिन में तिथि का समापन होने के कारण ही होलिका दहन 24 मार्च की रात में किया जाएगा।
होलिका दहन का शुभ मुहूर्त 2024
बता दें कि 24 मार्च रविवार के दिन रात 10 बजकर 28 मिनट के बाद भद्रा का साया खत्म होगा. ऐसे में रात 10:28 के बाद ही होलिका दहन किया जा सकेगा. साथ ही, कहते हैं कि भद्रा के साये में कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता. इसलिए 24 मार्च की देर रात ही होलिका दहन किया जाएगा.
होलिका दहन पर करें ये मंत्र जाप
रविवार 24 मार्च की रात होलिका दहन के समय ज्योतिष शास्त्र में कुछ मंत्र जाप के बारे में बताया गया है. इस दौरान आपको ॐ होलिकायै नमः मंत्र का उच्चारण करना चाहिए. इससे शुभ फलों की प्राप्ति होती है.