बिलासपुर। कोनी थाना क्षेत्र के लोफंदी गांव में जहरीली महुआ शराब के सेवन से सात लोगों की मौत हो गई, जबकि चार अन्य गंभीर रूप से बीमार हैं। प्रशासन और पुलिस की टीमें मौके पर पहुंचकर जांच में जुट गई हैं।
तीन दिनों में सात मौतें, गांव में शोक का माहौल
ग्रामीणों के अनुसार, बुधवार को गांव में पहली मौत हुई, जिसे सामान्य बीमारी समझकर अंतिम संस्कार कर दिया गया। इसके बाद गुरुवार और शुक्रवार को मौतों का सिलसिला जारी रहा। शुक्रवार की रात एक साथ चार लोगों की जान जाने के बाद गांव में हड़कंप मच गया।
चुनाव के लिए बांटी गई थी शराब?
स्थानीय लोगों का कहना है कि पंचायत चुनाव के मद्देनजर मतदाताओं को खुश करने के लिए यह शराब बांटी गई थी। हालांकि, इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। प्रशासन ने मामले की विस्तृत जांच शुरू कर दी है।
मृतकों के नाम:
- दल्लू पटेल
- शत्रुघ्न देवांगन
- कन्हैया पटेल
- कोमल लहरे
- बलदेव पटेल
- कोमल देवांगन उर्फ नानू
- रामू सुनहले
प्रशासन सख्त, दोषियों पर होगी कार्रवाई
घटना के बाद पुलिस अधीक्षक और कलेक्टर गांव पहुंचे और जांच के आदेश दिए। अधिकारियों ने बताया कि शराब की सप्लाई कहां से हुई, यह पता लगाने के लिए जांच की जा रही है। दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं
बिलासपुर में यह पहली घटना नहीं है। तीन साल पहले भी जहरीली शराब से कई लोगों की जान जा चुकी है। प्रशासन अब अवैध शराब पर सख्ती बढ़ाने की योजना बना रहा है।