ऊर्जा उत्पादन में राज्य की महत्वपूर्ण भूमिका, सांसद ने लोकसभा में दी जानकारी
नई दिल्ली/रायपुर, 31 जुलाई।
रायपुर सांसद एवं वरिष्ठ भाजपा नेता बृजमोहन अग्रवाल ने लोकसभा में बताया कि छत्तीसगढ़ ने वित्तीय वर्ष 2024-25 में 1.7 लाख मिलियन यूनिट से अधिक बिजली का उत्पादन कर देश की कुल विद्युत आवश्यकताओं में उल्लेखनीय योगदान दिया है। इस उपलब्धि के साथ छत्तीसगढ़ देश के शीर्ष चार विद्युत उत्पादक राज्यों की सूची में शामिल हो गया है।
सांसद अग्रवाल ने लोकसभा में देश की विद्युत उत्पादन स्थिति, परमाणु ऊर्जा की क्षमता और संचालित परमाणु रिएक्टरों से जुड़ी जानकारी के संबंध में प्रश्न पूछे थे। जवाब में केंद्रीय ऊर्जा एवं नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा राज्य मंत्री श्रीपाद नाईक ने बताया कि भारत में वर्तमान में 8,780 मेगावाट की परमाणु ऊर्जा उत्पादन क्षमता है। हालांकि राजस्थान की 100 मेगावाट की इकाई फिलहाल बंद है।
मंत्री श्री नाईक ने बताया कि सरकार ने वर्ष 2047 तक 100 गीगावाट परमाणु ऊर्जा क्षमता प्राप्त करने का लक्ष्य तय किया है। इसके लिए “परमाणु ऊर्जा अधिनियम” और “नागरिक दायित्व अधिनियम” में आवश्यक संशोधन किए जा रहे हैं। साथ ही, लघु मॉड्यूल रिएक्टर (SMR) और अन्य उन्नत तकनीकों के क्षेत्र में अनुसंधान एवं विकास को भी प्रोत्साहित किया जा रहा है।
उन्होंने यह भी बताया कि 2024-25 के दौरान देश में ऊर्जा घाटा और अधिकतम ऊर्जा घाटा लगभग शून्य रहा, जो यह दर्शाता है कि देश की विद्युत आपूर्ति व्यवस्था सुदृढ़ स्थिति में है। मंत्री ने परमाणु ऊर्जा को स्वच्छ, सुलभ और 24×7 आधार स्रोत बताया जो भारत की दीर्घकालिक ऊर्जा सुरक्षा रणनीति का अभिन्न हिस्सा बनेगा।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया और कहा कि छत्तीसगढ़ की ऊर्जा क्षमता गर्व का विषय है। उन्होंने विश्वास जताया कि छत्तीसगढ़ जल्द ही देश का प्रमुख ऊर्जा हब बनेगा और इसके लिए वे केंद्र से निरंतर समर्थन सुनिश्चित कराने के लिए प्रयासरत रहेंगे।
