** 29 नवम्बर से विख मुख्यालय में होगा क्रमिक भूख हड़ताल
अम्बिकापुर / शिक्षाकर्मियों के पिछले 9 दिनों से चल रहे आंदोलन से पूरे प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था चरमरा गई है। सरगुजा जिले की हालत यह है कि कई स्कूलों में ताला तक नही खुल रहे हैं। शिक्षक पंचायत नगरीय निकाय मोर्चा के प्रदेश सहसंचालक हरेंद्र सिंह व रंजय सिंह ने बताया कि आज दिनांक 28.11.17 शिक्षक प/ननि मोर्चा के प्रांतीय संचालक मंडल की बैठक संजय शर्मा वीरेंद्र दुबे केदार जैन विकास राजपूत चंद्रदेव राय व अन्य पदाधिकारियो की उपस्थिति में रायपुर में सम्पन्न हुआ।
बैठक में 20 नवम्बर से जारी अनिश्चित कालीन आंदोलन की प्रदेश स्तरीय समीक्षा किया साथ ही किए जा रहे कार्यवाही पर चर्चा किया गया।नियम को ताक में रखकर नियम विरुद्ध की गई बर्खास्तगी आदि कार्यवाही का कडी निंदा किया गया। इसे दमनात्मक व प्रजातंत्रिक आंदोलन का गला घोंटने का आरोप सरकार पर लगाया गया। मोर्चा के संचालकों द्वारा प्रदेश के सभी शिक्षक प सवर्ग को भरोषा दिया गया कि साथी बिल्कुल न डरे ऐसे साथियो को पहले मुख्यधारा में लाने का कार्य किया जाएगा किसी का नुकसान होने नही दिया जाएगा। साथी डटे रहे संविलियन की इस बड़ी लड़ाई में बड़ी आहुति के साथ हम सफल अवश्य होंगे।
मोर्चा के जिला संचालक मनोज वर्मा ने बताया कि सर्वसम्मति से आंदोलन को तेज करने का निर्णय लिया गया। जिसके तहत 29 नवम्बर से 01 दिसम्बर 3 दिन तक सभी विख मुख्यालय में क्रमिक भूख हड़ताल किया जाएगा जिसमे 5 पुरुष 5 महिला साथी शामिल होंगे। 02 दिसम्बर 2017 को प्रदेश के शिक्षाकर्मी परिवार सहित रायपुर में बूढ़ा तलाब धरना स्थल में पहुचेगे जहाँ से संविलियन रैली निकालकर जंगी प्रदर्शन किया जाएगा। श्री वर्मा ने कहा कि सरकार हमारे मांगो के प्रति असवेंदनशील बनी हुई है। कोई भी सकारात्मक पहल नही है बल्कि दमनात्मक कार्यवाही जारी है इसलिए अब आंदोलन को और तेज किया जायेगा।
आज सभी विकासखण्डों में राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के नाम जिले के शिक्षाकर्मियों ने पोस्टकार्ड अभियान चला मन की बाते लिखी है। सभी ने पोस्टकार्ड में अपनी व्यथा का उल्लेख करते हुए अपनी मांगों को जल्द पूरा करने का निवेदन किया है।बतौली में जिला पंचायत सदस्य मुन्ना टोप्पो ने धरना स्थल पर पहुच कर आंदोलन का समर्थन किया। साथ ही कहा कि जिले के शिक्षा कर्मियों पर कोई भी कार्यवाही नही होने दी जाएगी।
आज मैनपाट में शिक्षाकर्मियों के आंदोलन को व्यापारी वर्ग ने समर्थन किया। कारोबारी नरेश अग्रवाल, महेंद्र गुप्ता, अनिल गुप्ता व अन्य ने मांगो के समर्थन में अपनी सहमति दी है।