परिवार की दिक्कतें हजार – इस परिवार के नगीना चौधरी के बेटे हवन के हाथ-पैर में कुल मिलाकर 28 अंगुलियां हैं, बुजुर्ग हो चुकी सितबिया देवी 20 की जगह 24 अंगुलियों को ईश्वर का वरदान मानती हैं, वहीं, दूसरी ओर परिवार के अन्य सदस्य राजू एवं रूबी देवी समेत पड़ोसी बच्चू नारायण चौधरी इसे अभिशाप मानते हैं क्योंकि इस वजह से पीड़ित बच्चे एवं बड़ों को जूते-चप्पल पहनने और लिखने में दिक्कतें होती हैं, इसके साथ ही साथ ही सबसे ज्यादा परेशानी परिवार की लड़कियों की शादी में आती है.
आर्थिक स्थिति काफी खराब – महादलित समाज से आने वाले इस 24 अंगुली वाले परिवार की आर्थिक स्थिति काफी खराब है, कोई मजदूरी तो कोई फल बेचकर परिवार की गुजर-बसर कर रहा है. परिवार के कुछ एक सदस्य इस विकार से छुटकारा पाने के लिए डॉक्टर के पास भी गए थे, लेकिन उन्हें निराशा ही हाथ लगी.
डॉक्टर कहते हैं – डॉक्टर साहब की मानें तो जीन की वजह से यह बीमारी होती है जो कई पीढ़ियों में अपना असर दिखाती रहती हैं, उनके अनुसार इस बीमारी को खत्म करने का कोई कारगर तरीका हिन्दुस्तान में ईजाद नहीं हो पाया है, पीड़ित परिवार सरकार से भी इलाज के साथ ही आर्थिक सहायता की भी गुहार लगा रहा है.