रायपुर / मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा-प्राकृतिक सौंदर्य और ऐतिहासिक-सांस्कृतिक विशेषताओं से परिपूर्ण दर्शनीय स्थलों की वजह से छत्तीसगढ़ में पर्यटन के विकास की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने आज दोपहर बस्तर जिले के विश्व प्रसिद्ध चित्रकोट जलप्रपात के पास लगभग 100 करोड़ रूपए की लागत से बनने वाले आदिवासी पर्यटन परिपथ (ट्राइबल टूरिज्म सर्किट) के निर्माण कार्यो का भूमिपूजन और शिलान्यास किया और इस आशय के विचार व्यक्त किए।
डॉ. रमन सिंह ने केन्द्र सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ के आदिवासी बहुल इलाकों में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए 100 करोड़ रूपए की इस विशेष परियोजना को स्वीकृति मिलने पर खुशी जताई । उन्होंने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्रीय पर्यटन मंत्री डॉ. महेश शर्मा के प्रति आभार प्रकट किया। मुख्यमंत्री ने कहा-केन्द्र से मंजूर इस परियोजना के तहत चित्रकोट और तीरथगढ़ जलप्रपात, जगदलपुर, कोण्डागांव होते हुए इधर गंगरेल, सरौधा-दादर, चैतुरगढ़, मैनपाट, तातापानी, सन्ना और जशपुर तक पर्यटन सर्किट विकसित किया जाएगा। इससे इन इलाकों के दर्शनीय स्थलों में सैलानियों की संख्या बढ़ेगी, स्थानीय लोगों का व्यापार-व्यवसाय बढ़ेगा और लोगों को रोजगार भी मिलेगा। इसके साथ ही राज्य के इन पर्यटन स्थलों की प्रसिद्धि दूर-दूर तक पहुंचेगी। इस मौके पर राज्य सभा सांसद डॉ. सुभाष चंद्रा ने भी समारोह को सम्बोधित किया। कार्यक्रम में प्रदेश के पर्यटन और संस्कृति मंत्री दयालदास बघेल, स्कूल शिक्षा और आदिम जाति विकास मंत्री केदार कश्यप, वन और विधि मंत्री महेश गागड़ा, बस्तर के लोकसभा सांसद दिनेश कश्यप, छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल के अध्यक्ष और जगदलपुर के विधायक दीपक बैज, राज्य वन विकास निगम के अध्यक्ष श्रीनिवास मद्दी, अध्यक्ष जिला पंचायत श्रीमती जबिता मंडावी, पर्यटन और संस्कृति तथा जनसम्पर्क विभाग के सचिव संतोष मिश्रा, कमिश्नर बस्तर दिलीप वासनीकर और कलेक्टर अमित कटारिया सहित बड़ी संख्या में क्षेत्र के पंचायत प्रतिनिधि और ग्रामीणजन उपस्थित थे। अधिकारियों ने बताया कि चित्रकोट और तीरथगढ़ जलप्रपात में सैलानियों की सुविधा के लिए बस्तर जिला प्रशासन द्वारा कई निर्माण कार्य करवाए जा रहे हैं।
छत्तीसगढ़ में पर्यटन विकास की अपार संभावनाएं: डॉ. रमन सिंह : मुख्यमंत्री ने किया ट्राईबल टूरिज्म सर्किट के लिए 100 करोड़ के निर्माण कार्यों का भूमिपूजन-शिलान्यास
