00 जिले से 3000 शिक्षाकर्मी प्रदर्शन में हुए शामिल
अंबिकापुर /
छग पंचायत नगरीय निकाय शिक्षक संघ के प्रांतीय निकाय के आह्वाहन पर रायपुर के बूढ़ा तालाब में प्रदेश भर के शिक्षाकर्मी जुटकर अपनी ताकत दिखाई।
आयोजित धरना प्रदर्शन में मांगो के समर्थन में जिले से 3000 से ऊपर शिक्षाकर्मियों ने उपस्थिति दर्ज कराई और आक्रोश रैली में भाग लिया। संघ के जिलाध्यक्ष मनोज वर्मा ने बताया कि संघ के प्रांतीय महासचिव हरेन्द्र सिंह व प्रांतीय महामन्त्री रंजय सिंह के मार्गदर्शन में जिले के शिक्षाकर्मी आयोजित धरना प्रदर्शन व रैली में भाग लिय। जिले के सभी सात विकासखण्ड के शिक्षाकर्मी विकासखण्ड अध्यक्ष के नेतृत्व में सामूहिक अवकाश लेकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। जिले से 3 हजार से ऊपर शिक्षाकर्मी विभिन्न साधनो से ट्रेन , बस , फोर व्हीलर आदि साधनो से रायपुर पहुच कर मांगो के समर्थन में आवाज बुलन्द की । श्री वर्मा ने बताया कि सरकार हमारे मांगो पर उदासीन है इस कारण शिक्षाकर्मियों में काफी आक्रोश है । हालात ऐसे हैं की शिक्षाकर्मी और समस्या दोनों एक दूसरे के पूरक हो गए हैं। क्रमोन्नति आदेश वापस ले लिया गया है । मिल रहे भत्तों को वापस ले लिया गया हैं । यंहा तक कि अनुकम्पा नियुक्ति इतनी जटिल कर दी गई है कि हमारे असमय दिवंगत होने पर हमारे परिजनों को अनुकम्पा नियुक्ति तक नही मिल पाएगी । इसी तरह अंशदायी पेंशन योजना व कटौती में गड़बड़ी सहित 9 सूत्रीय मांगो को लेकर रायपुर के बूढ़ा तालाब में विशाल रैली निकाल कर सरकार को चेतावनी दी गई । संघ की ओर से मांग रखा गया कि शिक्षाकर्मियों का निशर्त संविलियन ,सातवां वेतन मान, क्रमोन्नति वेतनमान, खुली स्थानातंरण नीति, अप्रशिक्षित शिक्षकों के प्रशिक्षण की व्यवस्था आदि मांगो पर तत्काल आदेश जारी करने की मांग की गई। श्री वर्मा ने बताया कि आयोजित महापंचायत में संघ के प्रांताध्यक्ष संजय शर्मा ने सभी शिक्षाकर्मियों से आहवाहन किया कि 5 सितम्बर को शिक्षक दिवस के दिन जिला स्तरीय धरना प्रदर्शन कर शिक्षक होने का अधिकार मांगना है। साथ ही 2 अक्टूबर को विकासखण्ड स्तरीय सत्याग्रह का आयोजन। अगर इन सब के बावजूद भी सरकार की नींद से नही जागी तो 2 नवम्बर से सभी शिक्षाकर्मी अपने मांगो के समर्थन में शाला का बहिष्कार करेंगे। आयोजित धरना प्रदर्शन में जिला उपाध्यक्ष अमित सिंह, उमेश मिश्रा, राजेश गुप्ता , करण यादव, जिला महामन्त्री अरविन्द सिंह , जिला प्रवक्ता संजय अम्बष्ट, कमलेश सिंह, सोशल मीडिया प्रभारी प्रशांत चतुर्वेदी, अमित सोनी, लखन राजवाड़े, सुशिल मिश्रा, रणबीर सिंह, रमेश यागिक, योयल लकड़ा, जवाहर खलखो, राकेश पांडे, काजेश घोष , महेश यादव, अजय वरदान, विशाल गुप्ता, सुधासागर गुप्ता, मोजसम खान, जगजीवन कैवत्य , संतोष यादव , रामबिहारी गुप्ता, गिरीश सिंह, राजकुमार सिदार, सतीश किंडो, भूपेंद्र सिंह, विजय राजवाड़े , मनीष गुप्ता , हेमन्त पैकरा, सन्तोष तिर्की, कुलदीप खलखो, मुकेश खेस, सहित हजारों शिक्षाकर्मी सम्मिलित हुए।
महापंचायत में चरण बद्ध कार्यक्रम घोषित –
संघ के जिलाध्यक्ष मनोज वर्मा ने बताया कि सरकार के द्वारा शिक्षाकर्मीयो के माँगो पर सकारात्मक पहल न होने पर महापंचायत में यह निर्णय लिया गया कि 5 सितम्बर शिक्षक दिवस के दिन जिला स्तर पर धरना प्रदर्शन कर शिक्षक होने का अधिकार मांगना है , दूसरे चर में 2 अkक्टूबर गांधी जयंती के दिन सभी विकासखण्डों में मांगो के समर्थन में सत्याग्रह आंदोलन और अंतिम कड़ी में 2 नवम्बर से शाला बहिष्कार किया जाएगा।
शिक्षाकर्मी आक्रोशित है –
संघ के प्रांतीय महामन्त्री रंजय सिंह ने कहा कि रायपुर के बूढ़ा तालाब में शिक्षाकर्मियों की उमड़ी अपार जनसैलाब यह बयां कर रही है कि सरकार की नीतियों से शिक्षाकर्मी काफी आक्रोशित है। लगातर कैबिनेट बैठकों से हम शिक्षाकर्मियों को उम्मीद की किरण जागती रही लेकिन एक भी सकारात्मक निर्णय न ले पाना हमारे प्रति उदासीनता बता रही है। हमने सरकार को काफी समय दिया पर कुछ नही मिला अब हम मजबूरन सड़क पर उतरने जा रहें है ।
