बीकानेर / राहुल सेवग
कोलायत / सीओ कोलायत व एस एच ओ सतपाल मीणा ने शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए कोलायत बाजार में किया फ्लैग मार्च व शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए आरएसी के जवान भी मौजूद रहे। बता दे कि कोलायत में 2 अप्रैल को उपखंड मुख्यालय पर हिंसक वारदातों को लेकर मंगलवार को स्थानीय पुलिस ने सीएलजी की बैठक आयोजित की।
बैठक का उद्देश्य दोनों पक्षों में आपसी सामंजस्य सद्भावना स्थापित करना रहा। स्थानीय पुलिस थाने में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपखंड अधिकारी जय सिंह मेघवाल ने बताया कि आगामी 14 अप्रैल को अंबेडकर जयंती के अवसर पर शांति व्यवस्था को देखते हुए जिला कलेक्टर ने धारा 144 निषेधाज्ञा लागू की। उसी क्रम में उपखंड अधिकारी ने दोनों पक्षकारों से समझाईश की और अपील करते हुए कहा कि 2 अप्रैल की वारदात को भूलते हुए आपस में प्रेम व सद्भावना बनाए रखें। इस दौरान सीओ नियाज मोहम्मद ने कि ग्रामीण सोशल मीडिया से दूर रहें भ्रांतियों में विश्वास न रखते हुए ओऱ आपसी संबंध को कायम रखें। कोलायत प्रधान जयवीर सिंह भाटी ने कहा कि क्षेत्र में हुई वारदातों पर चिंता जाहिर की। दोनो पक्षों से आपस मे एक जगह पर बैठ कर तालमेल बिठाने को कहा। बज्जू सीआई भवानीसिंह ने आने वाली पीढ़ी को सोशल मीडिया से बचने व उससे दूर रहने की बात बोली और कहा कि पुलिस वेरिफिकेशन के बिना बच्चो का भविष्य अधूरा रह जाता है। ये सब चीज़े बहुत जरूरी हैं कि किसी भी नौकरी में पुलिस वेरिफिकेशन जरूरी होता है। इसलिये ये जरूरी है कि बच्चे ऐसी गलती नहीं करे कि किसी मुकदमे में उनका नाम आ जाए। इसी क्रम में बबरूभान सिंह हाडलां ने कहा कि दलित समाज के बुजुर्गों से अपील कि बच्चों को सही रास्ता बताएं। उन्होंने कहा कि हर गांव के सभी समाज पीढ़ियों से एक साथ रहते हैं। आपस में विवाद करना उचित नहीं है। भगाराम ढाल, खेमाराम दियातरा, मोडाराम ने पुलिस का आभार जताया। सभी समाज आपस में भाईचारे से रहे।
इस बैठक में रामेश्वर भूतड़ा गडियाला, हदां सरपंच प्रतिनिधि नरेंद्र सिंह भाटी, हाडला सरपंच सांग सिंह भाटी, व्यापार मंडल अध्यक्ष गणेश पंचारिया, अब्दुल अख्तर, नेमुसिंह इंदा, रमेश पुरोहित, किसनाराम पवार चानी, मोहन कांटिया, रूपाराम मेघवाल नोखड़ा, मोडाराम चौहान कोटडी, रामचंद्र पवार, राजेंद्र प्रसाद मेघवाल मोहन कड़ेला कोटडी, रामदयाल पवार, अनोपाराम मेघवाल खाखुसर सरपंच, गोपीराम कांटिया झझु, जयराम मेघवाल गिराजसर, भंवर लाल उपाध्याय, भगीरथ बागड़ी, भगवान देव सारस्वत, बलदेव गहलोत, योगेश शर्मा, मनोहर सिंह झझु आदि लोग मौजूद रहे।