कोरिया / विधानसभा चुनाव की घोषणा होते ही राजनैतिक दलों में टिकट को लेकर उठापठक शुरू हो गया है।
इधर जिले के बैकुंठपुर विधानसभा क्षेत्र में इस बार ज्यादा घमासान देखने को मिल रहा है। पिछले कुछ महीनों से वर्तमान विधायक और प्रदेश के श्रम मंत्री भइयालाल रजवाड़े से नाराज चल रहे साहू समाज ने उनके खिलाफ टिकट मांगकर नया दांव खेला दिया है। अब सवाल यह उठता है कि यदि भाजपा मंत्री श्री रजवाड़े का टिकट काटकर साहू समाज को टिकट देती है तो राजवाड़े समाज मे नाराजगी फैलेगी और यदि साहू समाज को टिकट नही दिया गया तो मंत्री को लेकर उनका विरोध कहीं भारी न पड़ जाए। ऐसे में एन चुनाव के वक़्त भाजपा नेतृत्व को एक सर्वमान्य प्रत्याशी की तलाश करनी चाहिए जो कि दोनों ही समाज संतुलन बैठा सके।
इस बारे में बताया जाता है कि पिछले दिनों बचरापोड़ी क्षेत्र के ग्राम सकरिया में साहू समाज की जिला स्तरीय बैठक रखी गई थी।जिसमे सर्वसम्मति से पूर्व मंडी अध्यक्ष जगदीश साहू को समाज की ओर से विधानसभा के लिए प्रत्याशी बनाया गया गया और इस आशय का पत्र भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष से लेकर प्रदेश और जिला स्तर के भाजपा नेताओं को भेजा गया है। संगठन को भेजे पत्र में विधानसभा क्षेत्र बैकुंठपुर से जगदीश साहू को टिकट देने की मांग करते हुए कहा गया है कि श्री साहू को भाजपा प्रत्याशी बनाया जाना अत्यंत उपयोगी होगा।
पत्र में कहा गया है कि सरगुजा संभाग के हर जिला व तहसील में साहू संघ की घनी आबादी है जो अधिकांशतः भाजपा के पक्षधर हैं और भाजपा की ओर बहुतायात में आकर्षित रहते हैं तथा संभाग के चुनाव परिणाम को प्रभावित करेंगे।
बहरहाल टिकट की मांग कर साहू समाज ने पहली बार बगावत का बिगुल फूंक दिया है एन चुनाव के वक़्त साहू समाज के द्वारा श्रम मंत्री के खिलाफ जाकर टिकट की मांग किये जाने से अब भाजपा संगठन के लिए भी निर्णय लेना किसी मुसीबत से कम नही है। क्योंकि बैकुंठपुर विधानसभा में दोनों ही समाज की अधिकता है कहीं एक समाज को संतुष्ट करने के चक्कर मे दूसरा समाज किनारा न कर ले यह देखना अत्यंत महत्वपूर्ण होगा।
