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धूनी नाथ गिरी महादेव मन्दिर के लोगों ने राष्ट्रपति से किया मुलाकात सौपा ज्ञापन

कोलायत/ धूनी नाथ गिरी महादेव मन्दिर श्री कोलायत के महंत विश्ववेका नन्द भारती राम मन्दिर के निर्माण के लिये राष्ट्रपति को ज्ञापन सौपा गया हैं।

महंत नृत्य गोपाल दास जी के नेतृत्व में संतों का एक
प्रतिनिधि मण्डल जिसमे धुनिनाथ गिरी मठ कोलायत के महामण्डलेश्वर विशेकानन्द भारतीव् अन्य महामहिम राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद से मुुुलाकात कर ज्ञापन सौपा

राष्ट्रपति को इस ज्ञापन में कहा गया है कि महामहिम “अपनी सरकार को कहें कि वह अब कानून बनाकर राम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर बनाने का मार्ग प्रशस्त करें। आज की परिस्थिति में यही समाधान उपयुक्त लगता है”।

बैठक में सन्तों ने सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया जिसमें मन्दिर निर्माण के लिए कानून की मांग के अतिरिक्त एक विशाल जन जागरण अभियान की
भी घोषणा की।

इस अभियान में निम्नलिखित कार्यक्रम रहेंगे :

1. अक्टूबर माह में राज्यश: स्थानीय राम भक्तों का प्रतिनिधि मंडल सभी राज्यों के राज्यपालों से मिल कर ज्ञापन देकर अनुरोध करेगा कि वे राम जन्म भूमि पर मंदिर के लिए संसदीय कानून बनाने की उनकी मांग को केंद्र सरकार तक पहुंचाएं.
2. नवम्बर माह में सभी संसदीय क्षेत्रों में विशाल जन सभाएं होंगीं. वहां की जनता एक बड़े और व्यापक प्रतिनिधि मण्डल के साथ पूज्य संतों के नेतृत्व में अपने सांसदों से मिलेगी और उन्हें संसद में कानून बनाकर राम
मंदिर बनाने का मार्ग प्रशस्त करने का आग्रह करेगा.

3. 18 दिसंबर (गीता जयंती), जिस दिन बाबरी ढांचा ढहाया गया था, से 26 दिसम्बर तक भारत के प्रत्येक पूजा स्थान, मठ मंदिर, आश्रम, गुरुद्वारा, स्थानक व घरों में राम जन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर के लिए स्थानीय परम्परा के अनुसार अनुष्ठान होंगे.

4. पूज्य संतों का एक प्रतिनिधि मण्डल प्रधानमंत्री से मिलकर उन्हें करोड़ों राम भक्तों एवं साधू-संतों धर्माचार्यों की भावना से अवगत कराकर कानून बनाने का आग्रह करेंगे.

राष्ट्रपति से मिलने वाले प्रतिनिधि मण्डल में जगद्गुरु रामानन्दाचार्य श्री हंसदेवाचार्य जी महाराज, हरिद्वार, आचार्य महामण्डलेश्वर श्री स्वामी विशोकानन्द भारती जी महाराज, हरिद्वार, महामण्डलेश्वर युगपुरुष श्री स्वामी परमानन्द गिरि जी महाराज, हरिद्वार, महामण्डलेश्वर
विश्वेश्वरानन्द जी महाराज, मुम्बई, अग्रदेवाचार्य श्री राघवाचार्य जी महाराज, सीकर, राजस्थान, श्री स्वामी चिन्मयानन्द सरस्वती जी महाराज, हरिद्वार, श्री स्वामी रामेश्वरदास श्रीवैष्णव जी महाराज, ऋषिकेश, स्वामी
परमात्मानन्द जी महाराज, राजकोट के अलावा विश्व हिन्दू परिषद् के कार्याध्यक्ष आलोक कुमार, उपाध्यक्ष चम्पतराय व जीवेश्वर मिश्र व संयुक्त महासचिव डा सुरेन्द्र कुमार जैन भी शामिल थे।

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