राजनांदगांव / छ.ग. प्रदेश कांग्रेस विधि विभाग के महामंत्री व जिला कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता रूपेश दुबे ने भाजपा जिला अध्यक्ष मधुसूदन यादव के टोल प्रबंधन के ऐजेंट के रूप में दिये बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि जनता के संघर्ष र्से ही पूर्ववत टोल व्यवस्था से राजनांदगांव निवासियों को राहत मिली है ऐसे समय में उनसे पैसा वसूलने के लिए टोल प्रबंधन को खुला समर्थन देने की सार्वजनिक बात कर भाजपा जिलाध्यक्ष ने भाजपा को टोल प्रबंधन का चेहरा व मोहरा बनने की बात स्वीकार की है और जनता के संघर्ष का अपमान भी भाजपा ने किया है।
महामंत्री व प्रवक्ता रूपेश दुबे ने कहा कि केंद्र में सांसद, प्रदेश में विधायक, शहर में महापौर जनता के नेतृत्वकर्ता होते है। सांसद और विधायक की सुप्तनिष्क्रियता व जनता के प्रति अपने जवाबदेही से विमुख होने के कारण नवनिर्वाचित महापौर श्रीमति हेमा देशमुख जनभावना का सम्मान कर जनहित के लिए सार्थक पहल की जिसके परिणाम स्वरूप ही टोल में पृथक लेेन व राजनांदगांव निवासियों को नि:शुल्क सुविधा प्राप्त हुई है।
20 दिसं 2011 में सांसद कौन थे और यदि केन्द्र सरकार के राजपत्र में स्थानीय निवासियों को छूट नहीं मिलने का उल्लेख था तो आप क्यों मौन थे।
छ.ग. के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी का नाम इस मामले में लपेट कर भाजपा जिलाध्यक्ष अपने निष्किृय नेताओं को बचाने का प्रयास किया है। मामला एन एच ए आई और टोल प्रबंधन का है तो इसमें राज्य सरकार की बात करना जनता को गुमराह करना ही है।
15 वर्षीय भाजपा सरकार में उनके निर्वाचित जन प्रतिनिधि जनता की नहीं बल्कि निजी कॉलोनी को सड़क, निजी संस्था को जमीन, व्यक्तिगत लोगों को अवैध लाभ पहुंचाकर सरकारी कोष को चूना लगाए है। जिसका खुलासा तो अभी बांकी है।
जनसंघर्ष से फ्री सुविधा मिलने पर भाजपा की ओर से 10 कि.मी. वाले को 150 और 20 कि. वालों को 300 रू. वसूलने की छूट टोल प्रबंधक को देने का खुला समर्थन कर रहें है। रही बात कांग्रेस के युवा साथियों द्वारा किए पुतला दहन की तो वह टोल व्यवस्था के वर्तमान हठधर्मीता व उनके समर्थकों का प्रतीकात्मक था।
भाजपा सिर्फ विकास का श्रेय लेनें का काम करती रही है उनका हर थोथा विकास राजनांदगांव के लिए दंश है जो लगातार उजागर भी हो रहा है।
