सरगुज़ा / प्रशासन के अतिउत्साह का परिणाम बेगुनाह लोगों को भुगतना पड़ा. मैनपाट महोत्सव ने पुकिस ने लाठीचार्ज कर दिया. इतनी बर्बरता से लोगों को पीटा गया की उन्हें हॉस्पिटल भेजने की नौबत आ गई लेकिन इतने बड़े महोत्सव में एम्बुलेंस तक की व्यवस्था नही थी. भोजपुरी सुपरस्टार खेसारी लाल यादव मंच से बार बार प्रशासन से ये निवेदन कर रहे थे की कृपया किसी को ना मारें, लेकिन उनकी भी प्रशासन ने नही सुनी।
दरअसल 12 फरवरी को मैनपाट महोत्सव का शुभारंभ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किया शुभारंभ के बाद स्तुति जायसवाल, करण रंधावा, दीलीप षडंगी जैसे कलाकारों ने प्रस्तुति दी लेकिन रात होते ही खेसारी लाल यादव मंच पर आए तब तक प्रशासन की सारी व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी थी, वीआईपी, दीर्घा में जिला प्रशासन के लोग अपनी पूरी टीम के साथ बैठे थे और आमांत्रित तमाम वीआईपी लोग दूसरी ता तीसरी पंक्ति में बैठने के बाद बैठक व्यवस्था नही होने की वजह से यहां वहां खड़े थे, लिहाजा अव्यवस्था का आलम बन चुका था।
खेसारी लाल यादव में कार्यक्रम के दौरान पुलिस अचानक इतनी उग्र क्यों हो गई इस बात का पता तो नही चल सका है, लेकिन सोशल साइट पर लाठीचार्ज का वीडियो जमकर वायरल हो रहा है. इस वीडियो में अम्बिकापुर एसडीएम अजय त्रिपाठी अकेले लोगों की मदद करते दिख रहे हैं, वो समझा रहे हैं की घायल लोगों को किसी भी तरह अस्पताल तक पहुंचाने की व्यवस्था की जाये।
बहरहाल प्रशासन ने जिस तेवर में इस बार मैनपाट महोत्सव की व्यवस्था की है उससे ये समझ नही आता की ये आयोजन सरगुज़ा वासियों के लिये किया गया था या फिर सरकार को प्रसन्न करने के लिये.?