शिक्षक सरकार की रीड की हड्डी होता है।
कोरिया / पूरे प्रदेश में कोरोना महामारी के संक्रमण दिनों-दिन अपना पैर पसारता जा रहा हैं । मोहल्ला, गांव, नगर कोई भी अछूता नही रहा।
भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के जिलाध्यक्ष अंकुर जैन ने छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि इस कठिन दौर में हमारे प्रदेश के शिक्षकगण अपनी पूरी निष्ठा एव ईमानदारी से कोरोना रोकथाम, जन जागरूकता के लिए अपनी ड्यूटी निभा रहे है डयूटी के दौरान अब तक छत्तीसगढ़ में सैकड़ों शिक्षकों कर्तब्य निर्वहन करते हुए अपने प्राणों की आहुति दी हैं, फिर भी छत्तीसगढ़ भूपेश सरकार द्वारा उन्हें कोरोना वारियर्स का दर्जा न देकर शिक्षकों के प्रति अन्याय कर रही हैं जिससे पूरे प्रदेश में शिक्षक सहित उनके परिवार में सरकार के प्रति रोष ब्याप्त हैं।
भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा जिलाध्यक्ष अंकुर जैन ने आगे कहा और मांग की कि शिक्षकों का हमारे देश मे सर्वोच्च स्थान हैं शिक्षकों को कोरोना वारियर्स का दर्जा शीघ्र देकर उन्हें सरकार सम्मान दे व डयूटी के दौरान मृत हुए शिक्षकों को शहीद का दर्जा देकर उनके परिवार को 50 लाख का सम्मान राशि भी दे साथ ही शिक्षक वर्ग के लिए 50 लाख का बीमा कवर का भी प्रावधान करे। शिक्षक ही हैं जो शासन के आदेश का अक्षरश: पालन करते हुए कोई भी कार्य हो जनगणना, संपर्क अभियान, सर्वे, चुनाव और अभी कोरोना काल में शिक्षक वैक्सीनशन में, नाकों पर वाहन चेकिंग, कोविड कंट्रोल रूम, कोरोना सर्वे, क्वारंटाइन सेन्टर की चौकीदारी यहां तक कि कुछ जिलों में शवों को जलाने में सहयोग तक मे शासन के आदेश का पालन कर कार्य कर रहे हैं । शिक्षक सरकार की रीढ़ की हड्डी होती हैं। लेकिन दुर्भाग्य हैं इस भूपेश सरकार में शिक्षकों का सम्मान नही तो किसका सम्मान होगा।