रायपुर / भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता व पूर्व मंत्री केदार कश्यप ने कांग्रेस विधायकों द्वारा अपनी ही सरकार के एक मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम के ख़िलाफ़ खोले गए मोर्चे को कांग्रेस की दिशाहीनता, सत्तालोलुपता, भ्रष्ट राजनीतिक चरित्र और बदनीयती के प्रदर्शन की पराकाष्ठा बताया है। श्री कश्यप ने कहा कि छत्तीसगढ़ को भ्रष्टाचारमुक्त करने के जुमले उछालती कांग्रेस के पौने तीन साल के शासनकाल में क़दम-क़दम पर भ्रष्टाचार के नित-नए खुलासों ने प्रदेश सरकार के तमाम दावों की हवा निकाल दी है और कांग्रेस व सरकार में मचे घमासान को सतह पर ला दिया है।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता व पूर्व मंत्री श्री कश्यप ने कहा कि कांग्रेस विधायकों ने अपने मंत्री पर भ्रष्टाचार का खुला आरोप मढ़कर सरकार के भ्रष्ट चरित्र को लेकर भाजपा के कथनों को सच साबित कर दिया है। प्रदेश में चहुँओर सरकार के मंत्री, कांग्रेस के जनप्रतिनिधि, बड़े-बड़े अफ़सरों से लेकर छोटे-छोटे कर्मचारी तक आपस में मिलकर खुली लूट मचाए बैठे हैं। श्री कश्यप ने कहा कि भाजपा शुरू से प्रदेश सरकार पर ट्रांसफ़र-पोस्टिंग के नाम पर तबादलों को एक उद्योग की तरह संचालित करने के लिए निशाना साधती रही है। प्रदेश सरकार के मंत्रियों से लेकर सरकारी मशीनरी के अदने-अदने कर्मचारियों तक लोगों का काम कराने, तबादला करने-कराने के नाम पर रिश्वतखोरी की सारी हदें लांघ रहे हैं। श्री कश्यप के मुताबिक़ प्रदेश सरकार का ऐसा कोई महक़मा बाकी नहीं रह गया है, जहाँ सरकार के लोग, जनप्रतिनिधि, नौकरशाह और कर्मचारी भ्रष्टाचार करके लोगों को प्रताड़ित करने पर आमादा न हों।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता श्री कश्यप ने कहा कि कांग्रेस विधायक बृहस्पत सिंह समेत दीग़र विधायकों ने मंत्री टेकाम पर जो आरोप लगाए हैं, वे तो गंभीर हैं ही, लेकिन साथ ही ये आरोप कांग्रेस और प्रदेश सरकार में मचे घमासान में अपनी कुर्सी बचाने के लिए आजमाए जा रहे दाँव-पेंचों का ही एक हिस्सा है। श्री कश्यप ने कहा कि एकाएक दिल्ली से लौटते ही कांग्रेस विधायकों ने अब एक और मंत्री के ख़िलाफ़ मोर्चा खोलकर साबित कर दिया है कि प्रदेश सरकार और कांग्रेस में कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है और कांग्रेस बेलगाम बड़बोलों और सत्तापिपासुओं का एक अनुशासनहीन, नेतृत्वहीन और विचारहीन लोगों का जमघट होकर रह गई है। यही विधायक बृहस्पत सिंह हैं जिन्होंने प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव पर हत्या कराने का आरोप मढ़ा था। श्री कश्यप के मुताबिक़ कांग्रेस छत्तीसगढ़ में एक राजनीतिक दल कम और गैंगवार-गिरोह ज़्यादा नज़र आ रही है। न प्रदेश सरकार का अपने मंत्रियों-विधायकों पर कोई नियंत्रण है, न कांग्रेस का अपने पदाधिकारियों पर कोई अनुशासन काम कर रहा है।